सुरभि न्यूज़
बदाह / कुल्लू
लाहुल के आध्यात्मिक गुरु लला मेमे ने 2011 में जीवन के सौ वर्ष पूर्ण करके अपनी सांसारिक यात्रा समाप्त की थी और उसके पश्चात उनके आस्था रखने वालों ने उनकी विशाल प्रतिमा गौशाल गांव के महादेव मंदिर में स्थापित की थी। यह किसी व्यक्ति विशेष की पहली प्रतिमा थी जो किसी मंदिर में स्थापित हुई थी। उसी वर्ष लला मेमे फाउंडेशन की स्थापना हुई और उनकी पुण्यतिथि मनाने का फैसला लिया गया।
मंगल चंद मनेपा की अध्यक्षता में तब से लगातार पंद्रह फरवरी के दिन इनकी पुण्यतिथि मनाई जाती है और उससे दो दिन पहले कुल्लू में बड़े रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है जिसमे भारतीय अर्ध सेना बल, सीमा सुरक्षा बल, सीमा सड़क संगठन, हिमाचल पुलिस आदि के साथ असंख्य स्थानीय संगठन और युवा रक्तदान करते हैं।
लला मेमे बौद्ध परिवार में जन्मे शिव भक्त थे और उन्होंने कैलाश तत्व की अवधारणा को सामाजिक जीवन में स्थापित करने का अद्भुत कार्य किया। लला मेमे फाउंडेशन की कुल्लू के बदाह गोंपा में सोनम राम की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में फाउंडेशन के समस्त पदाधिकारी और सदस्यों ने भाग लिया।
फाउंडेशन के अध्यक्ष मंगल मनेपा ने जानकारी दी कि इस वर्ष फाउंडेशन परम पूजनीय लला मेमे की 14वीं पुण्यतिथि मना रहा है जिस की तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी और सभी को जिम्मेदारियाँ दी गई।
रक्तदान शिविर के संयोजक प्रेम लाल ने बताया कि फाउंडेशन के लिये हर्ष का विषय है कि वर्ष 2012 से अब तक 8500 यूनिट विभिन्न रक्तदान शिविरों के माध्यम से रक्त एकत्रित किया गया और उसे आवश्यक लोगों तक पहुंचाया जाता रहा है। रक्तदान शिविर में इस बार भी ग्रीन पीस कॉलोनी, हनुमानी बाग से ले कर भुन्तर और शमशी तक के महिला मंडल एवं समितियां पारंपरिक व्यंजन और अन्य आवश्यकताओं की व्यवस्था करेंगी।
पुण्य तिथि के दिन एक बौद्ध और एक हिंदू महात्मा हर वर्ष की भांति प्रवचन करेंगे और विभिन्न विभूतियों का भी इस दिन सम्मान किया जाएगा। पुण्यतिथि के लिए इस वर्ष भी गुप्त दान से प्राप्त लंगर का आयोजन किया जाएगा और रामदेव, शकुन और देव कोड़फ़ा, रोज़ी जैसे कलाकार भजन कीर्तन की धार्मिक प्रस्तुती देंगे। बैठक में शकुन्तला देवी (शकुन ) को सर्वसम्मति से महासचिव और रत्तन कटोच को संयोजक (स्वच्छता अभियान) का पदभार दिया गया।
बैठक में उपाध्यक्ष चंद्र मोहन परशीरा, निर्मल चंद, रामानंद, अंगमो, छेरिंग अंगमो, मनोज भोट, शाम आज़ाद, रतन कटोच, राज सिंघानिया, अजय और बहुत सारे महिला मंडल के सदस्यों ने भाग लिया।