सुरभि न्यूज़
कुल्लू, 22अप्रैल
रंगमंच गांव गांव आंगन आंगन की अवधारणा के अंतर्गत रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर ने अपनी एकल अभिनय की नाट्य प्रस्तुति ‘कहानियों की कहानी’ का दूसरा सफल मंचन राजकीय माध्यमिक पाठशाला शमशी में किया गया। इसे स्कूल दोनों के छात्रों ने देखा और बहुत पसन्द किया। दोनों स्कूलों के अध्यापकों सहित टीचिंग प्रैक्टिस के लिए स्कूल में आए बी एड प्रषिक्षुओं ने भी इस प्रस्तुति का आनन्द लिया और सराहना की।
इस एकल अभिनय की प्रस्तुति में केहर सिंह ने लगभग 25 चरित्रों का निर्वहन किया और अपने परिपक्व अभिनय से कभी भेड़िये का चरित्र सामने लाते हैं तो कभी सियार का। कभी क्लर्क का तो कभी चपड़ासी का और कभी माली का तो कभी सुपरिटेन्डेन्ट का। कभी लालची वैश्णव का तो कभी भगवान विश्णु का।
नाटक की कहानी ज्यों ज्यों आगे बढ़ती है तो अभिनेता केहर चरित्रों को बदलते हुए व्यंग्यात्मक तरीके से हास्यस्पद परिस्थितियां पैदा करता है और दर्शक उस पर हंसे बगैर नहीं रह पाते। तीन कहानियों से बने इस नाटक में शमशी स्कूल के छोटे छोटे बच्चों को सबसे ज़्यादा पहली कहानी पसंद आई जिसमें जंगल में प्रजातन्त्र स्थापित करने के लिए भेडिये ठग कर भोली भाली भेड़ों से वोट लेकर पंचायत में उनके प्रतिनिधि बन कर जाते हैं और बाद में कहते हैं कि भेड़ों की भलाई के लिए हमने एक कानून बनाया है कि ‘रोज़ सवेरे नाश्ते में हर भेड़िये को भेड़ का एक मुलायम बच्चा दिया जाए। दोपहर के भोजन में एक पूरी भेड़ तथा शाम को स्वास्थ्य के ख्याल से कम खाना चाहिए तो आधी भेड़ दी जाए।
इस कहानी में केहर सिंह द्वारा निभाए गए भेड़िये, चतुर सियारों और मासूम भेड़ों के चरित्रों को बच्चों ने बहुत पसन्द किया। इस नाटक का अगला आयोजन 23 अप्रैल बुधवार को कुल्लू काॅन्वेंट स्कूल में होगा।