सुरभि न्यूज़
प्रताप अरनोट, कुल्लू
आश बाल विकास केंद्र, अखाड़ा बाज़ार में एनएचपीसी के सहयोग से दिव्यांग बच्चों को ऑर्थोसिस (सहायक उपकरण) और दो ट्रेडमिल मशीनें वितरित की गईं। इस मानवीय और महत्वपूर्ण कार्यक्रम में जिले के अनेक दिव्यांग बच्चों ने भाग लिया और उन्हें दैनिक जीवन में सहारा देने वाले उपकरण एवं व्यायाम हेतु उपयोगी संसाधन प्रदान किए गए।
इस अवसर पर एनएचपीसी पार्वती चरण-2 के महाप्रबंधक रणजीत सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने स्वयं बच्चों को ऑर्थोसिस और ट्रेडमिल प्रदान किए और सभी बच्चों के शीघ्र स्वस्थ व स्वावलंबी जीवन की कामना की।
रणजीत सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि एनएचपीसी का यह कार्यक्रम हमारे कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) और सतत विकास कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत हम आज इन बच्चों के लिए यह सेवा का कार्य कर पाए हैं। भविष्य में भी हम ऐसे कार्यों के लिए तत्पर रहेंगे। इससे पहले भी एनएचपीसी सम्फिया संस्था के साथ मिलकर दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य करता रहा है। क्षेत्रीय अस्पताल में स्थापित ‘बेरा मशीन’ भी एनएचपीसी के CSR एवं सतत विकास की ही एक पहल है, जिससे श्रवण जांच सेवाएं सुगम हुई हैं।
इस दौरान एनएचपीसी पार्वती-2 के डीजीएम (फाइनेंस) कमलेश धीमान तथा डीजीएम (एचआर) अरविन्द कौशिक विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिन्होंने कार्यक्रम की सराहना की और समावेशी समाज के लिए एनएचपीसी की प्रतिबद्धता को दोहराया।
कार्यक्रम के दौरान सम्फिया संस्था की निदेशक डॉ. श्रुति भरद्वाज ने एनएचपीसी का आभार जताते हुए कहा कि एनएचपीसी के इस सहयोग से हम और अधिक बेहतर तरीके से दिव्यांग बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में कार्य कर पाएंगे। यह पहल समाज में समावेशन और संवेदनशीलता को बढ़ावा देने वाला कदम है।
बीजू हिमदल कार्यक्रम प्रबन्धक सम्फिया ने सभी को संस्था के विभिन्न कार्यक्रमों से अवगत कराया। इस कार्यक्रम से न केवल दिव्यांग बच्चों को प्रत्यक्ष लाभ मिला, बल्कि समाज को भी यह संदेश गया कि सहयोग और सद्भाव से हम सभी मिलकर एक समावेशी और सशक्त समाज की ओर अग्रसर हो सकते हैं।