सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
बीड़ बिलिंग/कुल्लू
जिला काँगड़ा के बैजनाथ उपमंडल में पैराग्लाइडिंग के लिए बीड़ बिलिंग घाटी विश्वभर में जनि जाती है। बीड़ बिलिंग घाटी में 1980 में इजराइल के कीथ व न्यूजीलेैंड के नील ने विलिंग को उडान भरने के लिए सबसे पहले चुना था। दोनों विदेशी हैंग ग्लाइडर थे और ऐसी जगह की तलास कर रहे थे जो उडान भरने तथा उसके बाद लेंडिग के लिए सुरक्षित जगह हो। इन दोनोेें विदेशियों ने 1980 में विलिंग से पहली हैंग ग्लाडिंग की उडान भरी थी।
बर्ष 1984 में पहली बार बिलिंग में अंतर्राष्ट्रिय हैंग ग्लाइडिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था। बर्ष 1985 में इसका आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर हुआ। वर्ष 1986 में हैंग ग्लाइडिंग पर रोक लगा दी गई और इसी वर्ष ब्रुस नाम के एक विदेशी ने अपने दोस्तों के साथ पहली उडान भर कर पैराग्लाइडिंग की शुरूआत की।
वर्ष 1991 में फिर से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हैंग ग्लाइडिंग प्रतियोगिता आयोजित कि गई और इस प्रतियोगिता को वल्र्ड़ नम्बर वन हैंग ग्लाइडिंग चैंपियनशिप का नाम दिया गया जिसमें भारत सहित 11 देशों के 33 प्रतियोगियों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता के दौरन भारत के स्कवाड्रन लीडर आर पी देव की उडान भरने के बाद हेंग ग्लाइडर दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण मृत्यू हो गई थी। वर्ष 1992 में बिलिंग में प्रथम पैरा ग्लाइडिंग रैली का आयोजन किया गया। वर्ष 2014 में प्री वल्र्ड कप 21 अक्तूबर 2015 पैराग्लाइडिंग विश्व कप का आयोजन किया गया।
बुधवार 5 अप्रैल को पैराग्लाइडिंग एकुरेसी प्री वर्ल्ड कप का शुभारंभ प्रदेश पर्यटन विभाग के चेयरमैन रघुबीर सिंह बाली ने किया। पांच से नौ अप्रैल तक चलने वाली इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिसा लेने के लिए देश विदेश से 132 पायलटों ने पंजीकरण करवाया है, जिसमें से करीब 103 पायलट प्रतियोगिता में भाग लेंगे जिसमें महिलाएं भी शामिल है। प्रतियोगिता में पांच देशों से पायलट भाग ले रहे है।
लगभग 50 अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके भारत के सर्वश्रेष्ठ पायलट विजय सोनी पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप प्रतियोगिता में पर्यवेक्षक के रूप में भाग ले रहे हैं। विजय सोनी बताते है कि बिलिंग पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व की सर्वश्रेष्ठ साइट हैं। उन्होंने बताया कि लैंडिंग स्थल पर एक 10 मीटर का गोला बनाया जाएगा। इसके अंदर विभिन्न दायरे होंगे, जिसमें लैंडिंग करने वाले प्रतिभागियों को रखे गए लक्ष्य के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के निदेशक अनुराग शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता का सफल आयोजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जायेगा जिसमें 6 से नौ अप्रैल तक नामी कलाकार सांस्कृतिक संध्याओं में अपनी प्रस्तुति देंगे जबकि समापन समारोह में पुलिस बैंड हारमनी ऑफ द पाइन्स अपनी प्रस्तुति देंगे। प्रतियोगिता का समापन नौ अप्रैल को मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू करेंगे।
पांच से नौ अप्रैल तक इस प्रतियोगिता के दौरान पायलटों की सुरक्षा के लिए पूरा इंतजाम किये गए है। आपात स्थिति से निपटने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान मनाली और उत्तराखंड में हेलिकॉप्टर बिलकुल तैयार रहेंगे। सेना का हेलिकॉप्टर सुरक्षा के लिए पालमपुर में रहेगा। इस दौरान बीड़-बिलिंग घाटी नो फ्लाइंग जोन रहेगी।