निर्णय क्षमता निर्माण में कारगर साबित हो सकती है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-के.के.शर्मा

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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो

जोगिन्दर नगर, 16 नवंबर

उपमंडलाधिकारी (नागरिक) जोगिन्दर नगर कृष्ण कुमार शर्मा ने कहा कि वर्तमान तकनीकी युग में उच्च स्तर पर निर्णय क्षमता निर्माण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक अहम भूमिका अदा कर सकती है। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के व्यापक इस्तेमाल से जहां बड़े स्तर पर डेटा एनालिसिस कर समस्या के व्यापक समाधान एवं निर्णय लेने में कारगर भूमिका निभा सकती है तो वहीं रोजमर्रा से लेकर विभिन्न कार्यों में भी इसका व्यापक इस्तेमाल होने से विभिन्न सेवाओं के निष्पादन में सुविधा भी हो रही है। एसडीएम आज जोगिन्दर नगर में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर आयोजित उप मंडल स्तरीय संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।

उन्होने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर युग का ही एक विकासक्रम है तथा इस तरह की नई-नई तकनीकें हमारी जीवनशैली का हिस्सा बनती जा रही हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे व्यापक इस्तेमाल के कारण यह हर पहलू को छूने का काम कर रही है। वास्तव में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मशीनों या कंप्यूटर द्वारा प्रदर्शित या नियंत्रित किया गया इंटेलिजेंस है तथा आज के दौर में यह हमारे जीवन के प्रत्येक हिस्से में किसी न किसी रूप में शामिल है। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर बैंकिंग, सिक्योरिटी, शोध इत्यादि के क्षेत्र शामिल हैं।

उन्होने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अब हमारा मीडिया का क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है तथा किसी ने किसी रूप में मीडिया व जनसंचार के क्षेत्र में भी इसका व्यापक इस्तेमाल होने लगा है। एआई डिजिटल युग में सटीक और तथ्यपरक जनसंचार के लिए एक महत्वपूर्ण अस्त्र का कार्य करते हुए संवाद और संचार को ज्यादा प्रभावी और सटीक बनाने में महत्वपूर्ण कार्य कर सकती है। साथ ही कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बड़ी मात्रा में डेटा विश्लेषण कर बेहद कम समय में जहां सटीक परिणाम देने में कारगर साबित हो सकती है तो वहीं मीडिया की दृष्टि से विभिन्न स्रोतों से प्राप्त तथ्यों व आंकड़ों की जांच कर उनकी विश्वसनीयता का पता लगाने में भी अहम भूमिका निभा सकती है।

एसडीएम ने कहा कि मीडिया क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के व्यापक इस्तेमाल को लेकर कुछ शंकाएं भी व्यक्त की जा रही हैं जिन्हे भी बदलते वक्त के साथ न केवल दूर किया जाना चाहिए बल्कि सूचना की दृष्टि से एआई तकनीक के बेहतर व सटीक इस्तेमाल की दृष्टि नए कदम उठाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

इससे पहले सहायक जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार जसवाल ने मुख्यातिथि एवं मीडिया कर्मियों का स्वागत करते हुए भारतीय प्रेस परिषद द्वारा इस वर्ष चर्चा के लिए सुझाए गए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में मीडिया विषय को मीडिया कर्मियों के बीच रखा।

संगोष्ठी में भाग लेते हुए प्रेस क्लब जोगिन्दर नगर के अध्यक्ष कैलाश चंद ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मीडिया के क्षेत्र में व्यापक इस्तेमाल को लेकर कुछ शंकाएं  हैं जिनका समाधान होना जरूरी है। प्रेस क्लब के सचिव दीपक चौहान ने भी एआई तकनीक का मीडिया के क्षेत्र में दुरूपयोग रोकने तथा वरिष्ठ पत्रकार अश्वनी सूद ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का दुरुपयोग रोकने की दिशा में सरकार से अहम कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। राजीव बहल ने मीडिया के क्षेत्र में जहां एआई तकनीक को एक जन संचार की दृष्टि से एक क्रांतिकारी कदम करार दिया तो वहीं इसके दुष्परिणामों के प्रति भी आगाह किया।
संगोष्ठी में पत्रकार अमित सूद, अभिषेक शर्मा तथा राजेश शर्मा ने भी अपने विचार साझा किये।

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