अब हमेशा के लिए ख़ामोश हो गई सूरजमणी की शहनाई, एम्स बिलासपुर में ली अंतिम सांस, हिमाचली संगीत जगत शोक लहर में

Listen to this article

सुरभि न्यूज़ 
कुल्लू

हिमाचल प्रदेश में बिस्मिल्लाह खां के नाम से विख्यात प्रसिद्ध शहनाई वादक सूरजमणी का देहांत हो गया है।सूरजमणी बिलासपुर अस्पताल में पिछले चार दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे। पिछली रात्रि 2:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ले ली। जैसे ही इनकी मृत्यु की सूचना का पता लगते ही हिमाचल प्रदेश का संगीत जगत शोक लहर में डूब गया। बता दें कि सूरजमणी (63)चच्योट गांव के निवासी थे। वह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी छाप छोड़ चुके हैं। उनके देहांत से हिमाचल ने लोक कला जगत का एक सितारा खो दिया है।

हिमाचल प्रदेश लोक गयक इंद्रजीत ठाकुरदास राठी, रमेश ठाकुर, नरेंद्र ठाकुर, साइना ठाकुर, रमेश सराजी, सेस राम आजाद, सुखराम करतार कौशल, किरण कौशल, गोपाल शर्मा, कुशल वर्मा, ट्विंकल, क्लेश राम, पूनम सरमेक, बच्चन सिंह, लीलामणि, आशा शर्मा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सूरजमणी हमेशा यादों में हमेशा अमर रहेंगे।

उन्होंने कहा कि शहनाई वादक सूरजमणी के देहांत की खबर को सुनकर सभी बहुत दुखी है उन्होंने कहा कि गुरु जी ने हिमाचली संस्कृति और विरासत को संजोए रखने में अहम योगदान दिया है। वह बहुत ही साधारण व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे जिन्हें अपनी कला पर कोई भी घमंड नहीं था, शायद ही हिमाचल में उनके जैसा कोई दूसरा पैदा होगा। सभी कलाकारों ने प्रभु प्रार्थना की कि दिवगंत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और परिवार जनों को इस असहनीय पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *