सुरभि न्यूज़
छविंद्र शर्मा, आनी
आनी कॉलेज को खुले 18 साल का सफर गुजर चुका है। मगर कॉलेज में छात्रों की सुबिधा के लिए अब तक छात्रावास की सुविधा नहीं मिल पाई है, जिससे यहाँ अध्ययनरत को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चूंकि कॉलेज, उपमंडल मुख्यालय आनी से करीब 6 किलो मीटर दूर हरिपुर नामक स्थान के पास स्थित है, जिससे यहाँ अध्ययनरत दूर पार के छात्रों को मजबूरन ठहराव के लिए आनी का रुख करना पड़ता है। जबकि यही समस्या यहाँ कार्यरत प्राचार्य व प्राध्यापकों सहित अन्य स्टाफ् को पेश आ रही है, कॉलेज में स्टाफ् कवार्टर की पर्याप्त सुविधा न होने से यहाँ कार्यरत स्टाफ् को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
साल 2006 में खुले आनी कॉलेज में अभी भी कई ऐसी सुविधाएं अभी भी शेष है जिससे दूरदराज क्षेत्र के छात्रों को लाभ पहुंचना था। आनी कॉलेज में छात्रावास की सुविधा न होने के चलते कई छात्र यहां से दूसरे कॉलेजों में पलायन कर चुके हैं। छात्रावास के अभाव के चलते सबसे अधिक परेशानियां यहां लड़कियों को झेलनी पड़ रही है। क्योंकि आनी कॉलेज जबसे खुला है यहां हर साल कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं की संख्या लड़कों से अधिक रहती है। वर्तमान में भी आनी कॉलेज में 70 प्रतिशत छात्राएं अध्ययनरत हैं। लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए वरदान साबित हो रहे आनी कॉलेज में छात्रावास की सुविधा न होने से सबसे अधिक निराश यहां अध्ययन करने वाली छात्राएं हैं। क्योंकि आनी कॉलेज आनी बाजार से 6 किमी दूर हरिपुर में बना है। यहां से छात्रों को अपने घरों तक जाने के लिए कई बसें बदलनी पड़ती हैं। जबकि कई बार समय पर बसे न मिलने के चलते भी छात्रों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ती है। आनी कॉलेज से बिल्कुल सटा क्षेत्र करसोग उपमंडल का भी आता है। आनी विस क्षेत्र के अलावा करसोग क्षेत्र के नजदीकी छात्र भी यहां पढ़ने आते हैं। लेकिन छात्रावास न होने के कारण यहां से कई छात्र करसोग जा रहे हैं। आनी कॉलेज में असुविधाओं को दूर करने के लिए यहां के नेताओं से भी कई बार गुहार लगाई जा चुकी है। आनी कॉलेज में जनजातीय क्षेत्र के कई बच्चे भी अध्यनरत है। ऐसे में यहां ट्राइबल छात्रावास भी आसानी से मिल सकता है। लेकिन इस विषय न तो स्थानीय नेता चिंतनशील और न ही सरकार कोई ठोस कदम उठा रही है। कॉलेज एसएमसी के अध्यक्ष जवाहर ठाकुर ने प्रदेश सरकार से मांग उठाई है कि आनी कॉलेज की जरूरत को देखते हुए छात्रों के लिए छात्रावास और स्टाफ़ के लिए स्टाफ् कवाटर जल्द बनाए जाने चाहिए। वहीं इस बारे में कॉलेज प्राचार्य डॉ दिनेश सिंह कंवर का कहना है कि कॉलेज की ओर से विश्वविद्यालय को इस सम्बन्ध में पत्राचार किया गया है।