सुरभि न्यूज़
ख़ुशी राम ठाकुर, बरोट
छोटाभंगाल तथा चौहार घाटी के समस्त नागरिक, अभिभावक और पंचायत प्रतिनिधि इस पत्र के माध्यम से आपके संज्ञान में एक अत्यंत गंभीर विषय लाना चाहते हैं। हमें यह ज्ञात हुआ है कि सरकार द्वारा जनसंख्या के आधार पर कुछ सरकारी कॉलेजों को बंद करने पर विचार किया जा रहा है। इसमें मुल्थान स्थित कॉलेज भी संभावित सूची में शामिल बताया जा रहा है (हो सकता है)।
यह कॉलेज न केवल इस क्षेत्र के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा का एकमात्र साधन है बल्कि यह सामाजिक और भौगोलिक दृष्टि से वंचित सामुदाय के लिए भी शिक्षा का एक मात्र सहारा है। इसलिए दोनों क्षेत्र के समस्त लोग निम्नलिखित तथ्यों के आधार पर सरकरा द्वारा लिए जाने वाले इस कठोर निर्णय को स्थगित करने तथा पुनर्विचार करने का अनुरोध करते है।
राजकीय महाविद्यालय छोटाभंगाल के मुल्थान में एक दुर्गम, पर्वतीय एवं सीमावर्ती क्षेत्र है में स्थित है जिसकी निकटतम संपर्क सुविधा राष्ट्रीय राजमार्ग नॅशनल उच्च मार्ग-154 से लगभग 35-50 किलोमीटर दूर पर है। शिक्षा ग्रहण करने के लिए निकटतम अन्य महाविद्यालय जैसे मंडी, बैजनाथ व जोगिंदर नगर में 50-60 किलोमीटर या उससे अधिक दूरी पर हैं। सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण यह क्षेत्र कई बार देश के अन्य हिस्सों से पूरी तरह कट जाता है। साथ ही सार्वजनिक परिवहन की सीमित उपलब्धता के चलते विद्यार्थियों को दैनिक यात्रा करना लगभग असंभव है। इस कठिन भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा मुल्थान महाविद्यालय की स्थापना की गई थी, ताकि छोटाभंगाल और चौहार घाटी के आसपास के लगभग डेढ़ सौ से अधिक गांवों के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा उनके घर द्वार पर उपलब्ध हो सके।
प्रारंभिक वर्षों में शिक्षकों की नियमित नियुक्ति और संसाधनों की उपलब्धता के कारण छात्रों की संख्या संतोषजनक थी, जिस कारण बच्चों की संख्या भी डेढ़ सौ के लगभग चल रही थी, मगर पिछले दो वर्षों में शिक्षकों की भारी कमी, अस्थायी पद स्थापन, कॉलेज में पर्याप्त भवन न होना, पुस्तकालय, शौचालय तथा खेल मैदान आदि आधारभूत संरचना का अभाव के चलते वर्तमान में बच्चों की संख्या लगभग पच्चास तक सिमट कर रह गई है। जिसके चलते क्षेत्र वासियों को डर सताने लगा है कि यह महाविद्यालय भी बंद न हो जाएं।
जिस कारण सरकार द्वारा लिए जाने वाले इस कठोर निर्णय के चलते इन दुर्गम क्षेत्र के समस्त लोगों को अपने बच्चों के भविष्य चिंता सताने लगी है। जिसके चलते जय देव गहरी महिला मंडल मुल्थान की प्रधान कुश्मा देवी की अगुवाई में महाविद्यालय मुल्थान में पूर्व प्रधान, पूर्व बीडीसी सदस्य व स्थानीय लोगों की एक बैठक आयोजित की गयी, जिसमें महाविद्यालय मुल्थान को बंद न करने के बारे में गहन चर्चा की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि 18 जुलाई को एक विशाल बैठक का आयोजन किया जाएगा जिसमे दोनों क्षेत्र के वर्तमान व पूर्व समस्त
पंचायत प्रतिनिधि, बीडीसी सदस्य, जिला परिषद सदस्य, अभिभावक, महिला व युवक मंडल तथा स्थानीय लोग भाग लेंगे। बैठक में महाविद्यालय को बंद न करने के बारे में चर्चा करके अगला निर्णय लिया जायेगा।
इस मौके पर मुल्थान पंचायत की प्रधान दुर्गेश कुमारी, पूर्व उपप्रधान सुरेश कुमार, पोलिंग पंचायत की प्रधान शालू देवी, उपप्रधान छांगा राम, धरमान पंचायत के पूर्व प्रधान संजय ठाकुर, पूर्व बीडीसी सदस्य कमलेश कुमारी, महाविद्यालय मुल्थान कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सीता राम ठाकुर, विधू राम, ज्ञान चंद सहित गण मान्य लोग उपस्थित रहे।