सुरभि न्यूज़ कुल्लू। प्रदेश सरकार को किसानों और बागवानों के बारे में भी सोचना चाहिए, क्योंकि कुल्लू की अधिकांश जनता कृषि व बागवानी से जुड़ी है। कुल्लू फलोत्पादक मण्डल के प्रधान प्रेम शर्मा ने प्रेस को जारी ब्यान में कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सरकार ने राज्य में कोरोना कफ्र्यु को 26 मई सुबह 7 बजे तक बढ़ा दिया है। पहले कर्फ्यू को 17 मई सुबह 6 बजे तक लगाया गया था। कर्फ्यू के दौरान पेस्टीसाइड्स की दुकानों को खुला रखने का सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है, परंतु छिड़काव के लिए प्रयोग होने वाली मशीनों के मैकेनिकों को दुकान खोलेने की छूट नहीं देना समझ से बाहर है। जबकि सरकार को ज्ञात है कि कुल्लू के लोगों की आर्थिकी का मुख्य स्त्रोत कृषि और बागवानी है। बागवान सेब सहित अन्य फलों व सब्ज्यिों पर फफूंदनाशक कीटनाशकों व पोष्क तत्वों का छिड़काव करने के लिये पॉवर स्प्रेयर मशीनों का इस्तेमाल करते हैं। परन्तु कफ्र्यु के चलते मशीन ठीक करने वालों को छुट न होने के कारण किसान व बागवान अपनी मशीनों को ठीक नहीं करवा पा रहे हैं जिस कारण ये लोग समय पर अपनी फसलों पर छिड़काव नहीं कर पा रहे हैं। समय पर छिड़काव न होने के कारण फसलें खराब हो जाती है। शर्मा ने सरकार से आग्रह किया कि मशीन की मुरम्मत करने वालों को भी सरकार द्वारा कर्फ्यू में दुकानों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि बागवानों को किसी प्रकार का नुकसान न उठाना पड़े।
2021-05-15