सुुरभि न्यूज़ कुुल्लू। अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में 15 अक्तूबर से 21 अक्तूबर, 2021 तक पारम्परिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाएगा। राज्यपाल हिमाचल प्रदेश राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर बतौर मुख्य अतिथि अटल सदन में सांय 7 बजे सात दिवसीय दशहरा उत्सव के शुभारंभ की रस्म को पूरा करेंगे। उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राज्यपाल प्रातः 11.45 बजे भुंतर एयरपोर्ट पहंुंचेंगे और दोहपर 12.25 बजे परिधि गृह कुल्लू में होंगे। सांय तीन बजे राज्यपाल रथ मैदान ढालपुर आएंगे और रथ यात्रा के साक्षी बनेंगे। सांय 7 बजे राज्यपाल अटल सदन पहंुचेंगे। राज्यपाल अगले दिन 16 अक्तूबर को प्रातः 10.15 बजे शमशी में सुभाष पालेकर प्राकृतिक कृषि से जुडे़ किसानों से संवाद करेंगे। वह सांय 2.20 बजे परिधि गृह कुल्लू से चण्डीगढ़ के लिए रवाना होंगे। इस सम्बंध में जिला प्रशासन की ओर से किए गए प्रबंधों को लेकर आज उपायुक्त एवं अध्यक्ष दशहरा उत्सव समिति आशुतोष गर्ग ने परिधि गृह कुल्लू में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि इस बार दशहरा उत्सव के लिए 332 देवी-देवताओं को जिला प्रशासन की ओर से आमन्त्रित किया गया है। ढालपुर मैदान में उनके स्थानों को पहले ही निर्धारित किया गया है। अधिकतर देवी-देवतताओं के आज पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष कोरोना के मामले कम हुए हैं तथापि लोगों को कोरोना से बचाव के लिए एसओपी का विशेष ध्यान रखना होगा। देवी-देवेताओं के साथ आने वाले देवलुओं के लिए वैक्सीन की डबल डोज जरूरी की गई है ताकि कोराना संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके। उपायुक्त ने कहा कि दशहरा उत्सव के दौरान ढालपुर मैदान में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा वैक्सीनेशन के लिए तीन कियोस्क स्थापित किए गए हैं जहां पर लोग अपनी वैक्सीनेशन करवा सकते हैं। इसके अलावा, क्षेत्रीय अस्पताल में पूर्व की भांति वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को पहली डोज को लगवाए 84 दिन पूरे हो गए हैं, वे शीघ्र दूसरी डोज लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि दशहरा उत्सव में जिला के विभिन्न भागों से देवी-देवताओं के साथ आने वाले देवलुओं, हारियानों तथा कारदारों को कोराना के प्रति जागरूक करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सम्बंधित उपमंडल अधिकारियों के माध्यम से जगह-जगह पर जागरूकता कैंप लगाए गए हैं। इनमें अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं जो मास्क व सेनेटाईजर इत्यादि भी उपलब्ध करवा रही हैं। आशुतोष गर्ग ने खांसी-जुकाम तथा बुखार जैसे लक्षण दिखने वाले लोगों से आग्रह किया है कि वे दशहरा उत्सव में आने से बचें ताकि कोराना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। दशहरा महोत्सव के दौरान देवी-देवताओं के साथ आए हुए सभी देवलुओं को उचित सामाजिक दूरी बनाकए रखने के साथ, मुंह व नाक पर अच्छे ढंग से मास्क लगाना होगा तथा कोरोना से बचाव को लेकर जारी तमाम एसओपी की अनुपालना को सुनिश्चित करना होगा। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के अनुसार बाहर से आने वाले लोगों का कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करवाना जरूरी होगा। इसके साथ डव्बल डोज का प्रमाण पत्र अथवा आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट का होना जरूरी होगा। इसके लिए पुलिस विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा बजौरा, हाथीथान तथा गैमन पुल के पास लैफट तथा राईट बैंक के किनारे नाके लगाए गए हैं।
कानून व्यवस्था के मोर्चें पर 550 जवान, तीसरी आंख का भी रहेगा पहरा
पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने कहा कि दशहरा उत्सव के दौरान कानून व व्यवस्था बनाए रखने के लिए 500 पुलिस जवानों तथा 50 गृह रक्षकों की तैनाती की गई है। मेला क्षेत्र को पांच सैक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सैक्टर में एक राजपत्रित अधिकारी की तैनाती की गई है। इसके अतिरिक्त, किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए दो क्यूआरटी की टीमों की तैनाती की गई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को मेला पुलिस अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा ओवरऑल सुपरविजन का कार्य उनके जिम्मे होगा। रघुनाथ जी की सुल्तानपुर से रथ मैदान के लिए शोभा यात्रा के दौरान सुल्तानपुर से ढालपुर तक पूरी सड़क को क्लियर रखा जाएगा तथा इस दौरान लोगों को निजी गाड़ियों को सड़क के किनारे खड़ी न करने का आग्रह किया गया है। क्षेत्रीय अस्पताल से सर्कुलर सड़क को नो पार्किंग जोन घोषित किया गया है तथा इस सड़क पर किसी भी प्रकार की गाड़ियों की पार्क करने की इजाजत नहीं होगी। पशु मैदान गाड़ियों की पार्किंग के लिए खुला रहेगा। जिला लोक सम्पर्क अधिकारी प्रेम ठाकुर ने कहा कि कुल्लू का दशहरा विश्व ख्याति प्राप्त है और यहां देश के अलावा विदेशों से शोधार्थी देव परंपरा के बारे में अध्ययन के लिए आते हैं। उन्होंने मीडिया से उत्सव की सकारात्मक रिपोर्टिंग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कुल्लू-मनाली पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर पहचान स्थापित कर चुका है और जिला की अच्छी छवि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पटल पर जानी चाहिए। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त शिवम प्रताप सिंह व सहायक आयुक्त एस पी जसवाल भी उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने कहा कि दशहरा उत्सव के दौरान कानून व व्यवस्था बनाए रखने के लिए 500 पुलिस जवानों तथा 50 गृह रक्षकों की तैनाती की गई है। मेला क्षेत्र को पांच सैक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सैक्टर में एक राजपत्रित अधिकारी की तैनाती की गई है। इसके अतिरिक्त, किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए दो क्यूआरटी की टीमों की तैनाती की गई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को मेला पुलिस अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा ओवरऑल सुपरविजन का कार्य उनके जिम्मे होगा। रघुनाथ जी की सुल्तानपुर से रथ मैदान के लिए शोभा यात्रा के दौरान सुल्तानपुर से ढालपुर तक पूरी सड़क को क्लियर रखा जाएगा तथा इस दौरान लोगों को निजी गाड़ियों को सड़क के किनारे खड़ी न करने का आग्रह किया गया है। क्षेत्रीय अस्पताल से सर्कुलर सड़क को नो पार्किंग जोन घोषित किया गया है तथा इस सड़क पर किसी भी प्रकार की गाड़ियों की पार्क करने की इजाजत नहीं होगी। पशु मैदान गाड़ियों की पार्किंग के लिए खुला रहेगा। जिला लोक सम्पर्क अधिकारी प्रेम ठाकुर ने कहा कि कुल्लू का दशहरा विश्व ख्याति प्राप्त है और यहां देश के अलावा विदेशों से शोधार्थी देव परंपरा के बारे में अध्ययन के लिए आते हैं। उन्होंने मीडिया से उत्सव की सकारात्मक रिपोर्टिंग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कुल्लू-मनाली पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर पहचान स्थापित कर चुका है और जिला की अच्छी छवि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पटल पर जानी चाहिए। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त शिवम प्रताप सिंह व सहायक आयुक्त एस पी जसवाल भी उपस्थित रहे।