सुरभि न्यूज़
आनी
ज़िला कुल्लू एवं लाहौल स्पीति के वरिष्ठ नागरिकों एवं जनजाति सुरक्षा मंच ने एक बैठक आयोजित की गयी जिसमें बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंच के अध्यक्ष होशियार चंद ने कहा कि देश की 700 से अधिक जनजातियो के विकास एवं उन्नति के लिए सविधान निर्माताओं ने आरक्षण एवं अन्य सुविधाओ का प्रावधान किया था। लेकिन अब सुविधाओं का लाभ उन जनजातियो के स्थान पर वे लोग उठा रहे है जो अपनी जाति को छोड़कर ईसाई एवं मुसलमान बन गए है। सविधान की मंशा के अनुरूप भारत के वन क्षेत्र में निवास कर रहे अनुसूचित जनजाति समुदाय भूगोलिक दूरी, विशिष्ट संस्कृति बोली भाषा, परम्परा, पिछड़ापन इन जनजातियों को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में रखा जाए। जिला कुल्लू व लाहौल स्पीति में सैकड़ों परिवारों ने धर्मांतरण किया है। इस सब को अनुसूचित जनजाति से बाहर किया जाए। सुरक्षा मंच ने राजनीतिक दल अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित सीट पर धर्मनन्तरित व्यक्ति को टिकट नहीं देने की जोरदार मांग की है।