सुरभि न्यूज़
जाको राखे साईयां मार सके ना कोई यह कहावत उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों पर सार्थक हो गई। रैट माइनर्स की टीम की 21 घंटे कड़ी व कमरतोड़ मेहनत कामयाब हो गई और मजदूरों क़ो नवजीवन मिल गया और 418 घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया। आखिरकार मजदूर जिंदगी की जंग जीत गए बेचारे 17 दिन से सुरंग में जिंदगी व मौत क़े बीच झूल रहे मजदूरों ने मौत क़ो मात दे दी। प्रशासन ने काफ़ी मशक्त करते हुए मजदूरों क़ो सुरक्षित बाहर निकाल दिया। बेकसूर मजदूरों ने 17 दिन 16 रातें कैसे निकाली होगी यह मजदूर ही जानते हुए खौफनाक मंजर जिंदगी भर कभी नहीं भूल पाएंगे। मजदूरों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा की जिस सुरंग का निर्माण कर रहे हैं उसमें कैद हो जाएंगे। करोड़ों देश वासिओं की दुआएं रंग लाई और मजदूरों क़ो नया जीवन मिल गया। 12 नवम्बर क़ो एक तरफ दीपावली के अवसर पर जहाँ पूरा भारतवर्ष खुशियाँ मना रहा था वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड क़े उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में बहुत ही भयंकर दुःखद हादसा हुआ जब सुरंग ढहने से 41 मजदूर सुरंग क़े अंदर फंस गए। उत्तरकाशी क़े सिल्कयारा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी सुरंग में फंसे 41 मजदूर जिंदगी व मौत की जंग झुलने पर मजबूर हो गए। सरकार द्वारा मजदूरों क़ो बाहर निकालने क़े लिए जारी रेस्क्यू अभियान का आज 17वां दिन था जब 41 मजदूरों क़ो सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया।
हिमाचल प्रदेश में हुए हादसे….जारी