सुरभि न्यूज़ ब्युरो
कुल्लू, 21 फरवरी
उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने आज जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने ने जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र प्रबंधन को निर्देश दिये कि वे स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जिले के दूरदराज गांवों में चिकित्सा जांच शिविर आयोजित करें ताकि दिव्यांग जनों को उनके घर द्वार के निकट स्वास्थ्य जांच सुविधा मिल सके और साथ ही नए दिव्यांग जनों की भी पहचान सुनिश्चित हो सके।
बैठक में बताया गया कि पिछली तिमाही में जिले में 35 दिव्यांग जनों को 1,74,700 रुपये के उपकरण निशुल्क प्रदान किये गये जिनमे कृत्रिम अंग,व्हील चेयर, वाकिंग स्टिक, हियरिंग मशीन, ऑक्सील्ला क्रच, लांग कैन व स्मार्ट केन शामिल है।
उन्होंने कहा कि सहायता व उपकरणों के लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का खण्ड स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया जाएगा ताकि आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दिव्यांग जनों की पहचान व उनके अन्य विषयों के बारे में जानकारी हासिल कर सके।
इसके उपरांत उपायुक्त ने एकीकृत पुनर्वास केंद्र महिला भुंतर की प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की उन्होंने कहा कि भुंतर स्थित नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र में 27 लाख 61 हज़ार की लागत से ओपीडी भवन का निर्माण किया जा रहा है ताकि यहां आने वाले मरीजो को ओर बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा नशे के दुष्प्रभाव के बारे जागरूक करने तथा नशे आदत छुड़ाने के लिए इलाज के लिए प्रेरित करने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं ओर नशे की आदत से पीड़ित रोगी उपचार के लिए नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र आ रहे।
बैठक की कार्यवाही का संचालन सहायक आयुक्त शशिपाल नेगी ने किया। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नागराज पवार,चिकित्सा अधीक्षक डॉ नरेश चंद, परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण जयवन्ति ठाकुर, जिला कल्याण अधिकारी गिरधारी लाल शर्मा, रेडक्रॉस समिति के सचिव विनोद मोदगिल व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।