सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
जिला कांगड़ा के छोटाभंगाल पंचायत मुल्थान के अंतर्गत आने वाले उहलधार गाँववासी जंगली भालू के डर घर बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। गाँववासी प्रीतम चंद, राम चंद, राम लाल, सुरेश कुमार व चुहड़ सिंह का कहना है कि उनके गाँव के आसपास गत तीन–चार माह से एक मादा भालू अपने छोटे बच्चे के साथ रात को व दिन -दिहाड़े सरेआम घुमती हुई नज़र आ रही है। जिस कारण लोगों में मादा भालू के हमले का डर सताने लगा है।
उनका कहना है कि मादा भालू के हमले के डर के मारे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दयोट, बरोट तथा महाविद्यालय मुल्थान में पढ़ने वाले बच्चों को अभिभावक झुण्ड बनाकर पहुंचाने के साथ वापिस घर वापिस ला रहे हैं। वहीँ गाँववासी दर के मारे गाँव से बाहर खेतों में कार्य करने तथा जंगलों के लिए भी इकट्ठे होकर जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब मादा भालू अपनी डरावनी आवाज़ निकालती है तो गाँव के छोटे- बड़े सभी लोग दर के मारे सहम जाते है। हालांकि मादा भालू ने गाँववासियों के साथ किसी भी प्रकार का हमला नहीं किया है मगर फिर भी उहलधार गाँव के लोग रात-दिन मादा भालू के दिखाई देने व उसकी डरावनी आवाज सुनकर डरे हुए हैं।
गाँव के प्रीतम चंद ने बताया कि उन्होंने फोन द्वारा इसकी सूचना स्थानीय वीट के वन रक्षक को दे दी है मगर वन रक्षक की ओर से उन्हें भालू से निजात पाने के लिए कोई भी संतोषजनक जवाब ही नहीं मिला हैं। सभी गाँववासियों ने मादा भालू से निजात पाने के लिए वन विभाग के डीएफओ पालमपुर तथा पुलिस चौकी मुल्थान को लिखित रूप से सूचित कर दिया है।