एनएचपीसी ने अपने शपथ पत्र में वर्ष 2030 तक भारत में नवीकरणीय ऊर्जा विकास के लिए 16700 मेगावाट क्षमता का रखा लक्ष्य 

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सुरभि न्यूज़ ब्युरो

फरीदाबाद, 16 सितंबर

गांधीनगर, गुजरात में 16 सितंबर, 2024 को भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फोर्थ ग्लोबल री-इन्वेस्ट रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स एंड एक्सपो का उद्घाटन किया गया। इस उद्घाटन सत्र के दौरान आर.के. चौधरी, अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी ने प्रल्हाद वेंकटेश जोशी, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री को भारत में नवीकरणीय ऊर्जा विकास के लिए एनएचपीसी के लक्ष्यों का उल्लेख करते हुए शपथ पत्र सौंपा।

इस शपथ पत्र में एनएचपीसी के वर्ष 2030 तक 16,700 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा संस्थापित करने और 500 मीट्रिक टन/वर्ष ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लक्ष्य पर जोर दिया गया है। यह पहल भारत के 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन विद्युत क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता करेगी।

एनएचपीसी ने इन नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास, निर्माण और कमीशनिंग के लिए 80,261 करोड़ रुपए के निवेश और वर्ष 2030 तक ग्रीन हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव की उत्पादन क्षमता को पूरा करने के लिए 450 करोड़ रुपए के निवेश का प्रस्ताव दिया है। प्रस्तावित परियोजनाओं के निर्माण और प्रचालन के दौरान 20,000 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है।
एनएचपीसी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहलों को क्रियान्वित करके स्थानीय अर्थव्यवस्था और समुदायों के लिए योगदान देने की अपनी जिम्मेदारी को पूरा करेगी।

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