सुरभि न्यूज़
प्रताप अरनोट, कुल्लू
हिमाचल प्रदेश के युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को देखते हुए टीम सहभागिता द्वारा भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजनराजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बजौरा में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना और उन्हें एक स्वस्थ जीवन की ओर प्रेरित करना था।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आकाश वर्मा ( मनोचिकित्सक सामाजिक कार्यकर्ता ,भुंतर पुनर्वास केंद्र) ने विद्यार्थियों को नशे की लत और उसके मानसिक, शारीरिक एवं सामाजिक प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहकर सकारात्मक जीवनशैली अपनाने की सलाह दी।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या कविता कपूर ने भी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए नशे से दूर रहने की अपील की और कहा कि नशा युवाओं के भविष्य को अंधकार की ओर ले जाता है। उन्होंने टीम सहभागिता के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर होने चाहिए ताकि विद्यार्थी सही मार्गदर्शन पा सकें और जागरूक बनें।
वहीँ टीम सहभागिता के अध्यक्ष बीजू हिमदल का कहना है कि टीम सहभागिता की नींव ही नशा विरोधी जन आंदोलन के रूप में रखी गई थी। आज इस अभियान के माध्यम से सहभागिता का प्रत्येक सदस्य फिर एक बार समाज को नशे के विरुद्ध संगठित करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएगा।
टीम सहभागिता के उपाध्यक्ष राज सिंघानिया ने उपस्थित युवाओं को नशे से दूर रहने और खेल व शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विद्यालय की प्रधानाचार्या कविता कपूर को इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु अनुमति देने और सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकगण, विद्यार्थियों एवं टीम सहभागिता के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह अभियान युवाओं को नशा मुक्त भारत के निर्माण में सहभागी बनने हेतु प्रेरित करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास सिद्ध हुआ।