सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू
हिमाचल के प्रसिद्व रंगकर्मी एवं कुल्लू स्थित रंगमंच संस्था ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन के अध्यक्ष केहर सिंह ठाकुर को हिमाचल प्रदेश के रंगमंच में ‘बैस्ट थिएटर प्रमोटर अवार्ड’ से नवाज़ा जाएगा।
यह पुरस्कार हरियाणा के रोहतक स्थित रंगमंच संस्था ‘सप्तक’ द्वारा किए गए एक सर्वे के आधार पर घोषित किया गया।
संस्था के अध्यक्ष विश्वदीपक त्रिखा द्वारा जो स्वयं एक प्रसिद्व रंगकर्मी हैं और उत्तर भारत में एक थिएटर प्रोमोटर के रूप में जाने जाते हैं ने यह सूचना अपने फेसबुक पेज पर सांझा की और यह भी बताया कि इस वर्ष उनकी संस्था यह पुरस्कार आरम्भ करने जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस कड़ी में इस बार हिमाचल, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान व उत्तराखण्ड के रंगकर्मियों के कार्यों का सर्वे करके उन्हें ‘बैस्ट थिएटर प्रमोटर्स’ सम्मान से सम्मानित किया जाएगा और आगामी दिनों में इन पुरस्कारों का वितरण समारोह रोहतक में ही आयोजित किया जाएगा।
इधर हिमाचल के बैस्ट थिएटर प्रमोटर के पुरस्कार के रूप में नाम घोषित होने पर केहर ठाकुर का कहना है कि यह मेरे पिछले 25 वर्षों से निरन्तर किए रंगकर्म का पुरस्कार है और इस तरह के पुरस्कार और अधिक उर्जा से काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
समय समय पर समाज द्वारा हमारे कार्यो की सराहना किया जाने से एक नया उत्साह मिलता है।
फेसबुक पर इस पुरस्कार की घोषणा होते ही केहर को बधाईयों का तांता लग गया है। विशेष रूप से कुल्लू के रंगकर्मी इस पुरस्कार से प्रफुल्लित हैं क्योंकि यहां की रंगमंच संस्था ऐक्टिव मोनाल के बेनर तले ही केहर ठाकुर बरसों से ज़िला स्तरीय, राज्य स्तरीय व राश्ट्रीय स्तरीय नाट्योत्सवों का आयोजन करते आए है।
रंगमंच आधारित ज़िला स्तरीय तथा राज्य स्तरीय सेमिनारों का भी आयोजन किया जाता है, इसके अलावा आसपास के 10 सरकारी स्कूलों में प्रतिवर्ष निशुल्क बाल नाटय कार्यशालाओं का आयोजन कर उनमें पहले दस नाटकों का पहले एक मंचन स्कूल के प्रांगण में और उसके बाद प्रतिभागी बच्चों को और बड़ा मंच प्रदान करने की दृष्टि से एक ‘बाल नाट्योत्सव’ का आयोजन कलाकेन्द्र कुल्लू में किया जाता है।
गर्मियों की छुट्टी में कलाककेन्द्र में ही एक अन्य बाल नाट्य कार्यशाला ‘समर चिल्ड्रन थिएटर वर्कशाप’ का आयोजन कलाकेन्द्र कुल्लू में किया जाता है जिसमें आसपास के लगभग 150 बच्चे प्रतिवर्ष भाग लेते हैं।
इसके अलावा केहर के निर्देशन में संस्था के एक और नाट्योत्सव ‘कुल्लू रंग मेला’ जिसमें संस्था के कलाकार अपने लगभग 10-11 नए पुराने सभी नाटकों का एक साथ मंचन करती है।
केहर हिमाचल के गांव तक रंगमंच की गतिविधियां पनपाने के नज़रिए से ‘रंगमंच गांव गांव-आंगन आंगन’ तथा ‘ज़ीरो बजट थिएटर’ की अवधारणा पर भी निरंतर कार्य कर रहे हैं जिसमें वे अपने ग्रुप तथा अन्य ग्रुपों की नाट्य प्रस्तुतियों को अलग अलग गावों में महिला मण्डलों तथा युवक मण्डलों की सहायता से प्रस्तुत करते हैं तथा गांव गांव में नाट्योत्सवों का आयोजन करते हैं।
इसके अलावा केहर अपनी उत्कृष्ट नाट्य प्रस्तुतियों को भारत के अन्य प्रान्तो में आयोजित नाट्योत्सवों में समय समय पर प्रस्तुत करते हैं।
केहर का कहना है कि आज तक हम कुल्लू के कलाकेन्द्र में देश भर से ही नाट्य प्रस्तुतियां आमन्त्रित करते आए हैं अब यहां अटल सदन में एक अच्छा इनडोर ऑडिटोरियम होने से हम विदेशों से भी नाट्य प्रस्तुतियों को आमन्त्रित करने की कोशिश करेंगे भाषा एवं संस्कृति विभाग का सहयोग पूर्व वर्षों की तरह ही मिलता रहे।