सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
शुक्रवार को हुई भारी वारिश के कारण ऊहल नदी का जल स्तर बढ़ जाने से झौडी नामक स्थान पर पुल न होने कारण उहल नदी को पार करते समय आठ घोड़े ऊहल नदी के पानी में बह गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार बड़ा भंगाल गाँव के भेड़पालक परस राम के पांच व छोटाभंगाल घाटी की कोठी कोहड़ पंचायत के गान चेलरा दी मलाह के भेड़पालक सिरी चंद का एक घोड़ा व दो गाभिन घोड़ी ऊहल नदी को पार करते समय पानी के तेज बहाव से बह गई है। जिस कारण उनका लाखों का नुक्सान हो गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अन्य भेड़पालकों के साथ अपने घोड़ों को झौडी नामक स्थान के खुले स्थान पर चरने के लिए छोड़ रखे थे और उन्होंने आशंका जताई है कि शायद उनके घोड़े अपने आप ही ऊहल नदी को पार कर रहे थे जिस कारण वे सभी घोड़े एक – एक कर ऊहल नदी के पानी के तेज बहाव में बह गए। उन्होंने बताया कि उन बह हुए सभी घोड़ों में से लगभग आधा किलोमीटर की दूरी में नदी के एक किनारे मे अलग – अलग स्थान पर मात्र दो घोड़ों का मृत शरीर ही मिल पाए है। मगर बाक़ी अन्य सभी घोड़ों की मृत शरीर का कोई भी सुराग नहीं लग पाया है। इस बारे में तहसीलदार मुल्थान पीसी कौंडल ने बताया कि बड़ा ग्रां पटवार सर्किल की पटवारी को घटना स्थल पर भेज दिया गया था और नुक्सान की रिपोर्ट तैयार कर उन्होंने एसडीएम बैजनाथ तथा उपायुक्त कांगड़ा स्थित धर्मशाला को भेज भी दी है। तहसीलदार पीसी कौंडल ने प्रभावित भेड़ पालकों को आश्वासन दिया है कि प्रभावितों द्वारा सारी औपचारिकताएं पूर्ण करने तुरंत बाद ही उन्हें नियमानुसार राहत राशि प्रदान करवा दी जाएगी।









