केंद्र व प्रदेश सरकार की नवउदारीकरण नीतियों से बेरोजगारी और महंगाई की मार झेल रही आम जनता – कुशाल भारद्वाज

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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो 

जोगिन्दर नगर 

सीपीआई (एम) ने चौंतड़ा क्षेत्र में जन समस्याओं के समाधान के लिए व्यापक अभियान व आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। माकपा के जोगिन्दर नगर लोकल कमेटी के सचिव रविंदर कुमार ने बताया की सीपीआई(एम) चौंतड़ा की इस बैठक में रविन्दर कुमार, भगत राम, सुदर्शन वालिया, प्रताप चंद, पवन कुमार, केहर सिंह वर्मा, पूर्ण चंद, महेंद्र सिंहन व राम सिंह आदि भी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर मौजूद पार्टी के जिला सचिव कुशाल भारद्वाज ने कहा कि केंद्र व प्रदेश की सरकारें जिन नवउदारीकरण की नीतियों को लागू कर रही हैं, उनसे बड़े पूँजीपतियों का तो भला होता है लेकिन आम जनता की कठिनाइयाँ बढ़ती ही जाती हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार की इन्हीं नीतियों का दुष्परिणाम है कि देश में भयंकर रूप से बेरोजगारी बढ़ रही है, महंगाई ने तो सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिये हैं, नए रोजगार सृजित नहीं हो रहे हैं।

मजदूरों, कर्मचारियों के संघर्षों से हासिल अधिकारों को छीना जा रहा है। किसानों के खिलाफ तरह तरह के कानून व नीतियाँ थोंपने की कोशिश लगातार जारी है। जनता को जो सुविधाएं व सबसिडीयां पहले मिलती थी उनको भी छीना जा रहा है। बड़े-बड़े पूँजीपतियों को भारी भरकम सबसिडीयां व टैक्स में तरह-तरह की छूट दी जा रही है। सरकार के खिलाफ जो जनता में आक्रोश पैदा होता है उसको तरह-तरह के काले कानून लाकर सख्ती से कुचला जा रहा है। जनता के आक्रोश को भटकाने के लिए सांप्रदायिक मुद्दों को उछाला जाता है। मणिपुर अभी भी जल रहा है लेकिन केंद्र सरकार शांति स्थापित करने के लिए गंभीर नहीं है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछली भाजपा सरकार के दौरान भी जोगिन्दर नगर को झूठे वायदों की घुट्टी ही पिलाई गई और वर्तमान काँग्रेस सरकार के दौरान भी यही हो रहा है। सड़क, बिजली, पानी, परिवहन, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए न तो भाजपा सरकार गंभीर थी न ही वर्तमान कांग्रेस सरकार गंभीर है।

लोकल कमेटी सचिव रविन्द्र कुमार ने कहा कि चौंतड़ा पीएचसी में लंबे समय से पर्याप्त डॉक्टर नहीं हैं जिससे जनता को भारी असुविधा होती है। इलाके के किसान आवारा पशुओं की समस्या से परेशान हैं, लेकिन सरकार इस समस्या से निजात दिलाने बारे गंभीर नहीं है।

पसल से संगनेहड़ को जोड़ने के लिए रेलवे लाइन के ऊपर से एक ट्रैफिक ब्रिज बनाने का वादा 2014 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने किया था, लेकिन 9 साल से केंद्र की सत्ता में होने पर भी उस पर कोई काम नहीं किया। पसल की कूहल अधूरी है जिससे बरसात में किसानों के खेतों में भारी नुकसान हो रहा है।

क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का भी भारी अभाव है। लॉकडाउन से पहले एक बस धर्मपुर से बैजनाथ वाया गोलवां तौरपट्ट होकर चलती थी, जोकि लॉकडाउन के समय से ही बंद पड़ी है। माजपा की मांग है कि इसे दोबारा शुरू किया जाये। माकपा की चौंतड़ा कमेटी ने तय किया है कि सरकार की अनदेखी के चलते उपरोक्त समस्याओं के समाधान के लिए व्यापक अभियान चलाते हुए आंदोलन शुरू किया जाएगा।

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