आनी में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी पर देश-दुनिया के 150 शोधकर्ताओं ने प्रस्तुत किये शोध पत्र

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सुरभि न्यूज

सी आर शर्मा, आनी

राजकीय महाविद्यालय आनी  में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का सोमवार को समापन हो गया। ‘कम्युनिकेटिंग हेल्थ, हैपीनेस एंड लोंजेवीटी फ़ॉर सस्टेनेबल ग्रोथ’ विषय पर आयोजित हुई इस अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में भारत के अलावा अमेरिका, रूस, न्यूजीलैंड, कनाडा, पुर्तगाल तथा वियतनाम देशों के लगभग डेढ़ सौ से अधिक शिक्षाविदों एवं शोधकर्ताओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।

महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अनीता शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 से 4 दिसंबर तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हाइब्रिड मोड़ पर किया गया जिसमें बीज वक्ताओं, शोधकर्ताओं ने ऑनलाइन और ऑफलाइन आयोजित हुए तकनीकी सत्रों में अपने शोध व्याख्यान दिए।

संगोष्ठी के पहले दिन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के पूर्व प्रति कुलपति तथा वर्तमान में एपीजी शिमला यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राजेन्द्र चौहान ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करके संगोष्ठी का शुभारंभ किया।

बीज वक्ताओं के रूप में रूस से डॉ. मोनोजीत दास. अमेरिका से डॉ. राकेश कृपलानी व डॉ. वासु सिंह, हरियाणा से डॉ. जितेंद्र कुमार रांगड़ा तथा डॉ. पवन कुमार राणा ने अपने व्याख्यान दिए।

संगोष्ठी के प्रत्येक दिन सुबह के समय में योग सत्र का आयोजन भी किया गया जिसमें वियतनाम से योगी जयपाल प्रजापत ने ऑनलाइन जुड़कर शोधार्थियों और छात्रों को योग प्रशिक्षण दिया।

संगोष्ठी के समापन सत्र में महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अनीता शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और उनके साथ डॉ. पवन कुमार राणा, डॉ. के.सी. शर्मा, डॉ. बृजेश ने गेस्ट ऑफ ऑनर तथा डॉ. मदन शांडिल ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की।

प्राचार्या डॉ. अनीता शर्मा ने अपने उदबोधन में कहा कि स्वस्थ तथा खुशहाल जीवन वर्तमान समय के सबसे महत्वपूर्ण विषय हैं जो  इस संगोष्ठी के आयोजन की प्रासंगिकता को रेखांकित करते हैं।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार की संगोष्ठियों का आयोजन शोधकर्ताओं को भी एक मंच प्रदान करता है। उन्होंने महाविद्यालय के आईक्यूएसी कमेटी को इस आयोजन के लिए बधाई भी दी। इस अवसर पर देश दुनिया के अनेक शोधकर्ता ऑनलाइन एवं ऑफ़लाइन जुड़े रहे।

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