राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम क्षेत्रीय कार्यालय शिमला को हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार एवं उत्कृष्ट कार्य करने हेतु वर्ष 2022-23 के लिए प्रथम पुरस्कार से किया सम्मानित

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सुरभि न्यूज़ ब्युरो

शिमला, 28 दिसम्बर

राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम, क्षेत्रीय निदेशालय शिमला को 28 दिसम्बर को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संयुक्त क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में वर्ष 2022-23 के लिए प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।

यह पुरस्कार वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह राजभाषा विभाग गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भारतीय प्रद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), जोधपुर (राजस्थान) के ऑडीटोरियम (श्री ज्ञान चन्द्र घोष लेक्चर हॉल बिल्डिंग,रूम नंबर 110) में आयोजित हुये कार्यक्रम में दिया गया।

यह पुरस्कार मुख्य अतिथि कलराज मिश्र (राज्यपाल) राजस्थान ने वितरित किया तथा कार्यक्रम में गृह राज्य मंत्री, भारत सरकार अजय कुमार मिश्रा एवं गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम ,क्षेत्रीय निदेशालय शिमला के कार्यालयाध्यक्ष  राकेश वर्मा को राज्यपाल कलराज मिश्र, राजस्थान, शील्ड प्रदान कर पुरुस्कृत किया तथा हिंदी राजभाषा अधिकारी राहुल यादव को राज्यपाल कलराज मिश्र, राजस्थान ने प्रमाण पत्र भेंट किया।

दिनांक 31 दिसम्बर 2023 को निदेशक राकेश वर्मा सेवानिवृत्त हो रहे है। निदेशक राकेश वर्मा ने कहा कि सेवानिवृत्त होने से एक दिन पहले ही गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उन्हें सम्मानित किया जा रहा है। उन्हें एक बड़ी उपलब्धि से सम्मानित किया गया जो उनके लिये ही नही अपितु क्षेत्रीय कार्यालय शिमला के लिये भी एक गर्व की बात है। समस्त राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के लिये यह बहुत ख़ुशी की बात है।

इन सब उपलब्धियों की वजह निदेशक वर्मा ने अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से करना बताया है। विगत छः वर्षो में जब से क्षेत्रीय निदेशक शिमला में कार्यरत है तब से प्रत्येक वर्ष हिंदी राजभाषा विभाग से क्षेत्रीय कार्यालय शिमला को पुरुस्कार मिलते रहे है। इससे पूर्व में यह पुरस्कार नराकास के माध्यम से क्षेत्रीय कार्यालयों को मिलते रहे है। क्षेत्रीय निदेशक की इच्छा है कि उनके सेवानिर्वत्त होने के बाद भी क्षेत्रीय कार्यालय शिमला इसी प्रकार हिंदी के क्षेत्र में भविष्य में भी काम करता रहे। अंत में निदेशक वर्मा ने राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली व अपनी टीम को धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।

मन की भाषा, प्रेम की भाषा।

हिंदी है भारत जन की भाषा।।

जय संस्कार-जय सहकार।

जय अधिकार-जय भारत।।

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