सुरभि न्यूज़
ख़ुशी राम ठाकुर, बरोट
समूचे देश में बैशाखी का पावन पर्व 13 अप्रेल को मनाया को जाएगा मगर कांगड़ा जिला की छोटाभंगाल घाटी तथा जिला मंडी की चौहार घाटी में लोग गत तीन दिन पूर्व से इस पावन पर्व को मनाने की तैयारी में जुट हुए हैं। दोनों घाटियों में यह पावन त्यौहार तीन से चार दिन तक धूमधाम से मनाया जाएगा। घाटियों के गाँवों की महिलाएं इस पर्व के आगमन के चलते गत तीन–चार दिन पूर्व से ही अपने–अपने घरों की लिप लिपाई तथा रंग–रोगन करने में पूरी तरह जुटी हुई हैं | बैशाखी के इस पावन पर्व पर घाटियों के समस्त लोग अपने–अपने घरों में कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनो को बनाकर अपने सगे सम्बन्धियों के साथ मिल बैठकर खाने का भरपूर आनंद उठाएंगे। स्वादिष्ट व्यंजनों के बनाने का सिलसिला बैशाखी के सक्रांति की पूर्व संध्या से ही शुरू कर दिया है। बैशाखी के इस पावन पर्व पर गाँवों मे स्थानीय लोगों द्वारा द्वारा नारायण, देव गहरी, माता फुगणी, देव पशाकोट आदि के नाम से देव जातरों का आयोजन भी किया जाएगा। इस पावन पर्व के दौरान दुर्गम घाटियों में कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाले समस्त लोग जीवन की सारी कठिनाइयों को भुलाकर प्रसन्नता पूर्वक तीन से चार दिनों तक बैशाखी के पावन पर्व को मनाते हैं। इन दुर्गम घाटियों के लोग आज भी पुरानी संस्कृति विरासत कायम ही रखे हुए हैं।