सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
जोगिन्दर नगर, मंडी
चुनावी कार्यनीति व चुनाव प्रचार बारे मेडिया को जानकारी देते हुए माकपा के मंडी जिला सचिव कुशाल भारद्वाज ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा का 10 साल का कुशासन एक डरावने सपने जैसा है। इस सरकार ने बड़े पूँजीपतियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के एजेंट की तरह काम करते हुए मजदूरों, किसानों, बेरोजगारों, दूकानदारों, कर्मचारियों और समग्रता में आम लोगों के ऊपर जबर्दस्त प्रहार किए तथा उनके खिलाफ काले कानून बनाए, आम जनता की सुविधाएं छीन लीं। अलग-अलग योजनाएँ लाकर आम जनता के पैसे को बैंकों में पहुंचाया और उसे पूँजीपतियों में बाँट दिया। जनता की जेबें खाली करके पूँजीपतियों के 16 लाख करोड़ रूपये के कर्जे माफ कर दिये।
संवैधानिक संस्थाओं और विभिन्न जांच अजेंसियों की निष्पक्षता को समाप्त करते हुए उन्हें भाजपा की अपनी संस्थाओं की तरह विरोधियों को कुचलने के लिए इस्तेमाल किया। अग्निवीर योजना लाकर सेना का मनोबल तोड़ा गया तथा सेना में भर्ती होने का युवाओं का क्रेज ही खत्म कर दिया। एलेक्टोरल बॉन्ड योजना लाकर भ्रष्टाचार को कानूनीजमा पहनाया गया तथा डरा धमका कर, कौड़ियों के भाव देश के संसाधन बेचकर, गलत तरीके से ठेके देकर भाजपा के लिए अरबों रूपये एंठने का काम किया। सारे भ्रष्टाचारियों को भाजपा में शामिल करवाकर उनको क्लीन चिट दी गई और उन्हीं भ्रष्टाचारियों को मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्यपाल जैसे पदों से नवाजा गया। विरोधियों को झूठे मुकद्दमों में फंसा कर जेल भेजा गया। मणिपुर जैसी क्रूर, असभ्य और शर्मनाक घटनाओं को अंजाम दिया गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा अब फिर से सत्ता में आने के लिए अपने तानाशाही कृत्यों और भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल कर असली मुद्दों से ध्यान भटकाकर हिन्दू मुस्लिम में ध्रुवीकरण कर रही है। भाजपा इस देश के संसदीय लोकतन्त्र को खत्म करना चाहती है। इसके लिए वह देश के संविधान को भी खत्म कर कमजोर तबकों के आरक्षण तथा सामाजिक सुरक्षा पेंशन सहित विभिन्न कलयांकारी योजनाओं को खत्म करना चाहती है। लेकिन देश के लोग अब भाजपा की असलियत को पहचान गए हैं। इंडिया गठबंधन की तरफ से उसे हर राज्य में कड़ी चुनौती मिल रही है तथा कई राज्यों में तो भाजपा पहले से ही कमजोर है। इसलिए जहां से भाजपा के साथ विपक्ष की सीधी टक्कर है वहाँ एक-एक सीट बड़ी महत्वपूर्ण है। एक एक सीट की कमी से भाजपा सत्ता से काफी दूर रह जाएगी। इसलिए मंडी सीट पर सीपीआईएम ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारने तथा इंडिया के संयुक्त प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह को जिताने का निर्णय लिया है।