Listen to this article
सुरभि न्यूज़
छविन्द्र शर्मा, आनी
आनी के दलाश् रिवाडी स्थित राधे राधे पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षु 7 दिन जयपुर शैक्षणिक भ्रमण कर लौट आए हैं। संस्थान की प्रबन्धक निदेशिका सरोज कुमारी शर्मा ने बताया कि संस्थान के छात्रों ने हाल ही में एक शैक्षणिक भ्रमण किया, जिसमें उन्होंने चंडीगढ़ के अलावा आगरा व जयपुर का दौरा किया। इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना व उनके व्यापक विकास को बढ़ावा देना और उन्हें भविष्य तथा समाज के लिए तैयार करना था।
आगरा में छात्रों ने जहाँ एतिहासिक ईमारत ताजमहल की भव्यता और इसकी अलौकिक सुंदरता को निहारा, वहीं उन्होंने आगरा किले का भ्रमण कर उसके इतिहास को करीब से जाना। जबकि जयपुर में छात्रों ने जंतर मंतर वेधशाला, जयपुर नाहरगढ़ जैविक पार्क का दौरा किया और उन्होंने वहां विभिन प्रकार के वन्य जीवजन्तुओ के बारे में जानकारी प्राप्त की और साथ में लायन सफारी का भी आनंद लिया।
छात्रों ने आमेर किले व नारगढ़ किले का भ्रमण किया जहाँ पर उन्हें उन किलों का इतिहास जानने का अवसर मिला। साथ ही साथ उन्होंने जयगढ़ किले का भी भ्रमण किया और उस किले के इतिहास को जाना। इस दौरे में मुख्याकर्षण का केंद्र वहां पर जैवाण तोप थी जोकि 18 वीं शताब्दी में बनवाई गयी थी और जिसकी मारक क्षमता 35 किलोमीटर थी। वहीँ उन्होंने अल्बर्ट म्यूजियम हॉल का भ्रमण भी किया गया जो कि जयपुर में स्थित है।
इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ वेटरनरी एजुकेशन एवं रिसर्च जयपुर का भ्रमण किया और विभिन्न पशु चिकित्सा तकनीकों के बारे में ज्ञान अर्जित किया और विभिन्न पशु प्रजातियों का अवलोकन किया। साथ ही छात्रों ने जयपुर स्थित इस्कॉन गौशाला व श्री संत परमसुखदासजी महाराज आश्रम गौशाला का भ्रमण किया। वहां पर उन्हें गायों की अनेकों प्रजातियों को जानने व देखने का अवसर मिला। इस 7 दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण ने छात्रों को नई संस्कृतियों और परंपराओं से भी परिचित कराया।
संस्थान के चेयरमैन डॉ मुकेश कुमार ने कहा कि यह शैक्षणिक भ्रमण छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा तथा समय अनुसार विभिन्न प्रकार की अन्य गतिविधियों को करवाने का मंच प्रदान किया जायेगा। संस्थान का लक्ष्य छात्रों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करना है बल्कि उन्हें व्यावहारिक अनुभव भी देना है ताकि वे भविष्य में सफल पशु चिकित्सा फ़ार्मासिस्ट बन सकें और समाज के विकास में अपना अहम योगदान दे सकें।
इस भ्रमण में संस्थान की निदेशिका सरोज कुमारी, समन्वयक डॉ निशु चौहान, स्टाफ मेंबर आशु व आँचल सम्मिलित थे। छात्रों ने इस शैक्षणिक भ्रमण को बेहद लाभदायक बताया और संस्थान द्वारा प्रदान किए गए इस अवसर के लिए आभार व्यक्त किया।