सुरभि न्यूज़
जोगिंदर नगर, 07 फरवरी
- पीलिया से बचाव को लेकर पानी को उबाल कर पीयें, खाना खाने व बनाने से पहले हाथों को साबुन से धोयें
जोगिंदर नगर उपमंडल क्षेत्र के लोगों क़ो हैपेटाईटिस-ए वायरस (पीलिया) के प्रति स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कर्मियों ने जागरूक किया। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों ने लोगों को पीलिया बीमारी के कारणों, लक्षणों एवं बचायो के बारे में जानकारी दी।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी (बी.एम.ओ.) पधर डॉ. संजय गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि जोगिन्दर नगर शहरी क्षेत्र में आम जनमानस को पीलिया (हैपेटाईटिस-ए) बीमारी बारे जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान जोगिंदर नगर के कॉलेज, मिनी सचिवालय परिसर सहित रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को जागरूक किया गया।
उन्होंने बताया कि पीलिया एक अत्याधिक संक्रामक यकृत (लीवर) की बीमारी है जो हैपेटाईटिस-ए वायरस के कारण होती है। जिससे न केवल यकृत (लीवर) में सूजन हो जाती है बल्कि तथा सामान्य कार्य प्रणाली भी प्रभावित होती है। उन्होंने बताया कि हैपेटाईटिस-ए वायरस सामान्य तौर पर संक्रमित व्यक्ति के मल-मूत्र में पाया जाता है तथा एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति इस वायरस से तब संक्रमित होता है जब वह संक्रमित व्यक्ति के मल मूत्र से दूषित भोजन या पानी का सेवन करता है। साथ ही हैपेटाईटिस-ए वायरस संक्रमित व्यक्ति द्वारा परोसा गया भोजन जो शौचालय का उपयोग करने के बाद हाथ अच्छी तरह से नहीं धोता है, दूषित जल का प्रयोग करने से, दूषित जल से प्राप्त कच्ची शंख मछली के सेवन करने से, बिना धोये फल या सब्जी का सेवन करने से, संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से भी यह रोग फैलता है।
उन्होंने बताया कि बुखार आना, गाढ़े रंग का पेशाब व हल्के रंग का मल आना, नाक बहना, दस्त, पेट के दाहिनी तरफ दर्द होना, पाचन तंत्र में गड़बड़ी व उल्टियां होना, जोड़ों का दर्द, थकान व कमजोरी, भूख में कमी, खुजली व लाल चकते इत्यादि इस बीमारी के लक्षण हैं। उन्होंने बताया कि यदि यह बीमारी गंभीर अवस्था में पायी जाती है तो मरीज को ठीक होने में कुछ माह लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस ए वायरस से बचाव के लिए नजदीकी चिकित्सा केंद्र में खून व पेशाब की जांच करवाएं। साथ ही पानी को कम से कम 15 मिनट तक उबाल कर पियें। खाना बनाने व खाना खाने से पहले व शौच के बाद हाथ साबुन से अच्छी तरह धौयें तथा साथ ही शराब से परहेज करें व तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें।
इस जन जागरूकता अभियान के दौरान महिला स्वास्थ्य पर्यवेक्षक लता देवी, सुभाषिनी, पुरुष स्वास्थ्य पर्यवेक्षक कमल मोहन, आशा कार्यकर्ता अनामिका, बीना तथा सोमा के साथ-साथ विपिन कुमार भी मौजूद रहे।