मुख्यमंत्री ने किया अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी-2025 का शुभारम्भ, 200 से अधिक देवी-देवता हुए शामिल

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सुरभि न्यूज़

प्रताप अरनोट, मंडी

आज मंडी के ऐतिहासिक पड्डुल मैदान में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एक सप्ताह तक चलने वाले विश्व विख्यात अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी-2025 का औपचारिक रूप से शुभारम्भ किया।

इस महोत्सव के दौरान धार्मिक अनुष्ठानों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और पारंपरिक उत्सवों की आभा सभी को आकर्षित करती है। महोत्सव में देश-विदेश से पर्यटक और श्रद्धालु भाग लेते हैं।

हल्की बारिश के बीच पारंपरिक ‘शाही जलेब’ शोभा यात्रा में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के मुख्य देवता श्री राज माधो राय मंदिर में पूजा-अर्चना की।

मंदिर से शुरू होकर पड्डुल मैदान में संपन्न हुई भव्य शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालु पारंपरिक परिधान पहने अपने स्थानीय देवताओं के साथ नृत्य करते हुए आगे बढ़े।

पूरे क्षेत्र से 200 से अधिक देवी-देवताओं ने इस जीवंत कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई, जिससे इसकी आध्यात्मिक भव्यता और बढ़ गई।

मुख्यमंत्री ने सदियों पुरानी परंपरा के अनुरूप पगड़ी समारोह में भाग लिया। इसके उपरान्त उन्होंने पड्डुल मैदान में विभिन्न सरकारी विभागों, बोर्डों और निगमों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया और इसमें गहरी रुचि दिखाई।

इस अवसर पर उन्होंने मेला समिति द्वारा प्रकाशित अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेले की स्मारिका और कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे समय से सूखे के बाद आखिरकार क्षेत्र में बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव ने किसानों की प्रार्थना सुनी और उनकी मनोकामना पूर्ण हुई है।

उन्होंने मंडी शिव धाम परियोजना को पूरा करने के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की और दो वर्ष के भीतर इसे पूर्ण करने का आश्वासन दिया।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भव्य शिव धाम दूर-दूर से पर्यटकों को आकर्षित करेगा। उन्होंने देवताओं के नजराने में 5 प्रतिशत वृद्धि करने की घोषणा की।

ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि 11 दिसंबर, 2022 को वर्तमान राज्य सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय के साथ अपना मिशन शुरू किया है, जिसमें अब तक 70 प्रतिशत सफलता प्राप्त हुई है।

उन्होंने कहा कि आने वाले एक वर्ष में 25 हजार सरकारी पद भरे जाएंगे, जिनमें शिक्षा विभाग में 13 हजार तथा पुलिस कांस्टेबल का नया बैच शामिल है।

पिछले दो वर्षों में सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी निर्णय लिए हैं तथा भविष्य में भी इसी प्रकार जनकल्याणकारी पहल जारी रहेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा पिछले दो वर्षों में हमने हर चुनौती का युद्ध की तरह सामना किया है।

हालांकि, जब से जनता और देवी-देवताओं के आशीर्वाद से राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 40 पर पहुंची है, तब से विपक्ष द्वारा मुझे व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाया जा रहा है। लेकिन मैं इससे विचलित नहीं होऊंगा। हम राज्य के लोगों के हित में निर्णय लेना जारी रखेंगे।

हम हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं तथा वर्ष 2032 तक यह देश के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक होगा।

उन्होंने कहा कि मंडी जिला से संबंध रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से इस क्षेत्र के विकास की काफी उम्मीद थी। शिव धाम को लेकर बड़े-बड़े दावे किए गए, लेकिन इसका काम अधूरा ही रहा।

वर्तमान सरकार ने इस परियोजना को पूरा होने के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने बल्ह की उपजाऊ भूमि पर प्रस्तावित हवाई अड्डे को विपक्ष के नेता का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया।

उन्होंने कहा कि स्थानीय किसान अपनी समस्याओं के संबंध में उनसे मिले और उन्होंने उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

सुक्खू ने कहा कि उन्होंने हाल ही में महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज का दौरा किया। विपक्ष के नेता मेरी इस प्रकार की व्यक्तिगत यात्राओं के बारे में टिप्पणी और आलोचना कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश सरकार विकास, विशेषकर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में क्रांतिकारी निर्णय लेने जा रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मेडिकल कॉलेजों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों को आधुनिक उपकरणों से लैस करने के लिए 1,800 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।

इसके अतिरिक्त, सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों के लिए शिक्षक और आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित कर रही है।

गुणात्मक शिक्षा के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा का एक एकीकृत निदेशालय आरम्भ किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य जरूरतमंद अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है और वह इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न सरकारी योजनाओं की निगरानी के उद्देश्य से ‘दिव्यम’ ऐप लाँच किया।

इस ऐप से सरकारी कार्यों के कार्यान्वयन में तेजी आएगी और यह सुनिश्चित होगा कि विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पारदर्शी तरीके से पहुंचे।

उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त मंडी रोहित राठौर, उप-मण्डलाधिकारी बल्ह स्मृतिका नेगी और जिला कल्याण अधिकारी मंडी समीर को उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए सम्मानित किया।

इन अधिकारियों ने कर्नाटक की सकमा और पश्चिम बंगाल की पद्मा मुर्मू को उनके परिवारों से मिलाने में सराहनीय भूमिका निभाई। इस अवसर पर मंत्रमुग्ध करने वाली देव-ध्वनि भी प्रस्तुत की गई।

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