हिमपात का नाममात्र होना खेतीबाडी पर डाल सकता है प्रतिकूल असर 

Listen to this article

सुरभि न्यूज़

खुशी राम ठाकुर, बरोट

चौहार घाटी तथा छोटा भंगाल घाटी में दिन व रात को भारी बारिश का सिलसिला जारी रहा। लोग हिमपात होने की आस लगाए बैठे थे मगर कुदरत इस तरह रुठ गई है कि दोनों घाटियों में इस सर्दी के मौसम में नाममात्र ही हिमपात हुई।

बता दें कि मार्च माह में भी दोनों घाटियों के दुर्गम गांव हिमपात से ढके रहते थे। लेकिन अब यहां ऊंची-ऊंची पर्वतमालाओं में ही बर्फ गिर रही है। शविवार को दिनभर व रात तक हुई बारिश से बेशक जमीन तरबतर जरूर हुई है मगर बर्फबारी का होना यहां के लोग खेतीबाडी़ के लिए लाभकारी मानते है।

घाटियों के किसानों में रमेश कुमार, ध्यान सिंह, कशमीर, सिंह, राजकुमार, सोमदत, डागी राम आदि का कहना है कि इस शर्दी के मौसम में बारिश तो हुई लेकिन बर्फबारी ऊंचे पहाडों से निचे ही नहीं हो पाई जिस कारण किसान चिंता में डूबा हुआ है।

किसानों का कहना है कि बर्फबारी होने से एक तो जमीन में नमी बनी रहती थी जिससे फसल की अच्छी पैदावार होती है। साथ ही बागवानों के लिए भी समय पर हुई हिमपात सोने पे सुहागा होती थी मगर इस सर्दी के मौसम में यहां हिमपात का नाममात्र होना खेतीबाडी पर प्रतिकूल असर डाल सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *