राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लपास में विश्व तंबाकू निषेध दिवस आयोजित

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सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
चौहारघाटी की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लपास में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। इस अवसर पर आयुष्मान भारत हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर लपास से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी मधु कुमारी ने विद्यार्थियों को कई प्रकार की जानकारी प्रदान की। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हर वर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन किया जाता है ताकि तंबाकू और इसके उत्पादों के सेवन से जुड़े जोखिम और परिवार, समाज और पर्यावरण पर इसके बुरे प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। उन्होंने बताया कि तम्बाकू का उपयोग और इसका सेवन कई प्रकार के कैंसर जैसे फेफड़े, स्वरयंत्र, मुंह, ग्रासनली, गला, मूत्राशय, गुर्दे, यकृत, पेट, अग्न्याशय, बृहदान्त्र और गर्भाशय ग्रीवा के साथ-साथ तीव्र माइलॉयड ल्यूकेमिया के प्रमुख कारणों में से एक है। ऐसा अनुमान है कि तम्बाकू के सेवन के कारण हर साल 1 करोड़ से अधिक लोग मारे जाते हैं। जिनमें से 10 लाख से अधिक गैर-धूम्रपान करने वालों का परिणाम दूसरे नंबर पर हैं।
उन्होंने बताया कि तम्बाकू न केवल स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि पर्यावरण पर भी कई तरह से बुरा प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 2025, विश्व तंबाकू निषेध दिवस का थीम है “अपील को उजागर करना: तंबाकू और निकोटीन उत्पादों पर उद्योग की रणनीति को उजागर करना”। यह थीम तंबाकू और निकोटीन उद्योगों द्वारा अपने असुरक्षित उत्पादों को आकर्षक बनाने के लिए नियोजित भ्रामक तकनीकों को उजागर करने और चुनौती देने पर केंद्रित है – विशेष रूप से युवा लोगों के लिए।
इस अवसर पर विद्यालय के स्वास्थ्य और आरोग्य क्लब के प्रभारी लेक्चरर इतिहास घनश्याम दास ठाकुर ने भी विद्यार्थियों को कई प्रकार की जानकारी प्रदान कर जागरूक किया। उन्होंने कहा कि तम्बाकू का सेवन और धूम्रपान हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित करता है, यह कई प्रकार की घातक बीमारियों का कारण हो सकता है। इस अवसर पर उन्होंने धूम्रपान से दूर रहने के सुझाव भी विद्यार्थियों को दिए। उन्होंने कहा कि तम्बाकू के आदि लोगों को लालसा को रोकने के लिए चीनी रहित गम या हार्ड कैंडी चबाना, तम्बाकू की लालसा पर काबू पाने के लिए अपना ध्यान भटकाना और धूम्रपान-मुक्त क्षेत्र में चले जाना, दैनिक व्यायाम, तनाव कम करने के लिए वैकल्पिक विश्राम तकनीकें आज़माना जैसे गहरी साँस लेना, मांसपेशियों को आराम देना, संगीत और योग करने चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य गोपाल सिंह, लेक्चरर सुशील कुमार, सूरज ठाकुर, वेद प्रकाश ठाकुर, विवेक ठाकुर, टीजीटी प्रवीण चौधरी, विजय ठाकुर, नीलम राणा, जगदीश नायक, इंद्रदेव, अमरनाथ, लता, आशा वर्कर रीना देवी भी मौजूद रहे।

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