सुरभि न्यूज़
प्रताप अरनोट, जोगिंदर नगर : 16 जुलाई
मुख्यमंत्री व लोक निर्माण मंत्री को अस्पताल, आपदा व सड़क के मुद्दों को लेकर एसडीएम के माध्य्म से भेजे ज्ञापन
जोगिंदर नगर की चरमरा चुकी स्वास्थ्य सेवाओं को ठीक करने, डॉक्टरों के खाली पदों को भरने, गड़ूही भौरा कस की दलित बस्ती सड़क को शीघ्र खोलने, अन्य बंद सड़कों को खोलने, कई सड़कों की खस्ता हालत को ठीक करने तथा आपदा से प्रभावित लोगों को मुआवजा, पुनर्वास आदि मांगों को लेकर हिमाचल किसान सभा द्वारा जोगिंदर नगर जिला अध्यक्ष एवं जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में आज सिविल अस्पताल तथा एसडीएम कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया तथा सड़कों के मुद्दों पर दो ज्ञापन लोक निर्माण मंत्री तथा आपदा व अस्पताल के मुद्दे पर अलग-अलग दो ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजे।
रामलीला मैदान से अस्पताल तक तथा अस्पताल से एसडीएम कार्यालय तक जलूस भी निकाला गया। इसके बाद लोक निर्माण विभाग कार्यालय तक भी जलूस निकाला गया। इस अवसर पर किसान सभा की ब्लॉक कमेटी के अध्यक्ष रविंदर कुमार, सचिव सूबेदार किशन सिंह चौहान, भराड़ू पंचायत के पूर्व उप प्रधान जोगिंदर सिंह बड़वाल, भौरा इकाई की अध्यक्ष व पूर्व बीडीसी सदस्य कमला देवी, सचिव श्याम सिंह ठाकुर, जय सिंह, गड़ूही कमेटी के लोभी राम, रूप सिंह, जगदीश चंद, रमेश चंद, सूबेदार निहाल सिंह बड़वाल, ऐहजू कमेटी के प्रधान सुदर्शन वालिया, बाग पंडोल कमेटी के प्रधान प्रताप चंद, भैरू स्तैन कमेटी की प्रधान विद्या देवी व सचिव सकीना देवी, पसल कमेटी के उपाध्यक्ष भगत राम, तरामट कमेटी के प्रधान कृष्ण चंद, आल पाबों से सीमा देवी, डोल प्रैण इकाई की सचिव बबली देवी, बसेहड़ इकाई के उपाध्यक्ष योग राज ठाकुर, पलोहन कमेटी के अध्यक्ष एवं सेवानिवृत सब इंस्पेक्टर दीना नाथ धारनी, सेवानिवृत रेंज अफसर टेक चंद धरवाल, निक्का ठाणा कमेटी के प्रधान सरगू राम, धार पंचायत से प्रेम चंद के अलावा नौजवान सभा के प्रधान संजय जमवाल व सचिव अर्जुन बड़वाल भी थे।
इस अवसर पर कुशाल भारद्वाज ने कहा कहा की सिविल अस्पताल जोगिंदर नगर में डॉक्टरों के कुल 19 स्वीकृत पदों में से इस वक्त 15 पद खाली पड़े हैं। यदि विशेषज्ञ डॉक्टरों की बात करें तो एमडी, सर्जन, ईएनटी, स्किन, एनेस्थिसिया, ऑर्थो, नेत्र और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं। चौंतड़ा सीएचसी मात्र एक डॉक्टर के सहारे चल रही है। अल्ट्रासाउंड मशीन को संचालित करने के लिए पिछले 18 सालों से इस अस्पताल में सोनोग्राफर की नियुक्ति नहीं हुई है और अभी भी यह पद खाली है जिस कारण अल्ट्रा साउंड मशीन का उपयोग नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में इन पदों को तुरंत भरने तथा चौंतड़ा सीएचसी में गायनी की डॉक्टर नियुक्त करने की मांग की गई है।
एक ज्ञापन आपदा प्रभावितों की मांगों को लेकर दिया गया। इसमें प्रमुख रूप से निक्काठाणा, बुनला महरोला, पोहल, बागला, डोल एवं निचली प्रैण, कोठी, चुल्ला, बगड़याणा, खड़ीहार आदि गांवों के प्रभावितों की मांगों को प्रमुखता से उठाया गया। मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में मांग की गई आपदा से निजी संपत्ति को हुए नुकसान का पूरा आकलन कर सभी प्रभावितों को फौरी राहत राशि तुरंत प्रदान की जाये तथा सरकार की अधिसूचना के अनुरूप हर प्रभावित को हर प्रकार के नुकसान का जल्दी मुआवजा दिया जाये। पुनर्निर्माण व पुनर्स्थापना के काम जल्दी शुरू किए जाएँ।

घरों आदि को बचाने के लिए डंगे लगवाने के कार्य शुरू किए जाएँ। जिन प्रभावितों के घर रहने योग्य नहीं रह गए हैं, उन्हें आवास बना कर दिये जाएँ। जो मकान रहने लायक व जमीन खेती करने लायक नहीं रह गए हैं उसके बदले प्रभावितों को जमीन दी जाये। ऐसे परिवार जिनके मकानों को खतरा है और रहने लायक नहीं हैं उन्हें प्रति परिवार 5 बिसवा जमीन घर बनाने के लिए आबंटित की जाये। जिन लोगों के घर असुरक्षित हैं तथा दूसरी जगह रहने को मजबूर हैं, उनके आवास के किराये का प्रबंध किया जाए तथा ऐसे परिवारों को एक साल तक मुफ्त में राशन उपलब्ध करवाया जाये। उन्होंने वन संरक्षण कानून 1980 में छूट देने की मांग को केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से उठाने की मांग दोहराई तथा केंद्र सरकार को हिमाचल की वन भूमि हिमाचल सरकार को हस्तांतरित करनी चाहिए।
वहीं इस अवसर पर दो ज्ञापन लोक निर्माण मंत्री को भेजे गए जिसमें निशानदेही पूरी होने के बावजूद गड़ूही भौरा कस की दलित बस्ती सड़क को खोलने के लिए विभाग द्वारा तुरंत कार्यवाही करने की मांग की गई। लोक निर्माण मण्डल जोगिंदर नगर में धांधलियों, अनियमितताओं व भ्रष्टाचार की जांच करने, जनता के प्रतिनिधिमंडल से दुर्व्यवहार करने तथा ज्ञापन हेतु कार्यालय के भवन में प्रवेश हेतु एसडीएम की लिखित अनुमति मांगने वाले भ्रष्ट एक्सियन को हटाने की मांग भी की गई।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि यदि 10 दिन के अंदर गड़ूही भौरा कस को खोला नहीं गया तो एसडीएम व लोक निर्माण विभाग के कार्यालय के बाहर एक साथ भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। वहीं गलमाठा-सजेहड़, मनारु, बनोग, निचला बिहूं, अथराह-छाम्ब, स्पैड़ू-घडवाण, बटोहलू-खरोन, मच्छयाल- बल्ह-जोल, मोहनघाटी-बाग, चक्का-पाबो, झमेहड़-बनोण लांगणा-खद्दर, निचली प्रैण, कुडनू दरकोटी, द्रुब्बल-कुनकर-नागण, चड़ोंझ- बनवार पिपली आदि सड़कों की खस्ता हाल के मुद्दे पर भी लोक निर्माण मंत्री को ज्ञापन दिया। जनसभा को कुशाल भारद्वाज, रविंदर कुमार, श्याम सिंह, जोगिंदर बड़वाल, किशन सिंह चौहान, लोभी राम, कमला देवी, सरगू राम, बबली देवी, प्रताप चंद तथा नौजवान सभा से संजय जंवाल ने भी संबोधित किया। इस प्रदर्शन में किसान सभा के 17 पंचायतों के लोग शामिल हुए।
मुख्यमंत्री व लोक निर्माण मंत्री को अस्पताल, आपदा व सड़क के मुद्दों को लेकर एसडीएम के माध्य्म से भेजे ज्ञापन