सुरभि न्यूज़
कुल्लू/मंडी, 06 अक्टूबर
कार्रवाई न होने पर दी आंदोलन की चेतावनी, विधायक की भूमिका की भी हो जांच : तिलक राव
कुल्लू दशहरा उत्सव के दौरान बीते दिनों तहसीलदार हरि सिंह यादव के साथ कुछ तथाकथित गुंडा तत्व देउलुओं द्वारा देव आस्था के नाम पर सरेआम की गई गुंडागर्दी की घटना की हिमाचल राज्य गुर्जर कल्याण परिषद ने कड़ी निंदा की है। परिषद ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की प्रदेश सरकार से मांग की है।
इस संदर्भ में परिषद की एक बैठक नेरचौक में परिषद के जिला अध्यक्ष तिलक राज राव की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रमेश यादव भी विशेष तौर पर मौजूद रहे।
बैठक के दौरान परिषद के सदस्यों ने देव आस्था के नाम पर कुल्लू दशहरा में ड्यूटी पर तैनात तहसीलदार के साथ की गई गुंडागर्दी को एक सोची समझी साजिश करार दिया।
बैठक में मौजूद गुर्जर समाज के लोगों ने कहा कि देव आस्था के नाम पर जिन लोगों ने इस जंघन्य कृत्य को अंजाम दिया, उन्होंने कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए देव आस्था को भी आघात पहुंचाया है। परिषद ने इस मामले में दर्ज एफआईआर पर उसमें नामात्र की धाराएं लगाकर इसे कमजोर करने का भी आरोप जड़ा है। जिससे पुलिस की भूमिका भी पूरी तरह संदेहास्पद है।
इसके साथ ही परिषद ने मामले की निष्पक्ष जांच कर इसमें सख्त धाराएं लगाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इसके अलावा परिषद ने बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी के द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान पर भी कड़ा ऐतराज जताया है।
परिषद ने प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री को भेज कर सरकार व प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही इस मामले में विधायक सुरेंद्र शौरी की संदिग्ध भूमिका की भी जांच करने की मांग उठाई है।
परिषद ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा नहीं दिलाई गई तो परिषद आने वाले समय में आंदोलन करने पर बाध्य होगी। जिसकी जिम्मेदार प्रदेश सरकार व प्रशासन होगा। इस अवसर पर परिषद के जिलाध्यक्ष तिलक राज ने कहा कि इस मामले को राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समक्ष भी उठाया जाएगा।
इस अवसर पर परिषद के जिला महासचिव नागेश कुमार, बल्ह खंड के प्रधान मस्त राम राव, सुंदर नगर खंड के प्रधान लालमन, जिला कोषाध्यक्ष नरेश कुमार, जिला उपाध्यक्ष हेमराज, जिला कार्यकारिणी सदस्य जीवनलाल, बुद्धि सिंह, कमल किशोर, प्रकाश यादव, परसराम, ज्ञानचंद, जितेंद्र कुमार, कृष्ण लाल, ज्ञान सिंह, लाल सिंह, हंसराज, रंगीला राम, विकास यादव व गुलाब सिंह सहित बड़ी संख्या में परिषद के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।