सुरभि न्यूज़
कुल्लू
मणिकर्ण घाटी के चोज में बादल फटने की घटना के बाद जल शक्ति, राजस्व, बागवानी एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने घटना स्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों, प्रभावितों और जन प्रतिनिधियों से मुलाकात कर घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने सरकार और प्रशासन की ओर से राहत कार्य में तेजी लाने का आश्वासन भी लोगों को दिया। उन्होंने प्रशासन को विभिन्न दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि बिजली पानी जैसी आधारभूत सेवाओं को बहाल करने के लिए प्रशासन मुस्तैदी से कार्य करने को कहा। उन्होंने कसौल से मलाणा गांववासियों से विडियो कॉल के द्वारा संपर्क स्थापित किया। इस दौरान उन्होंने गांववासियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से उन्हें मलाणावासियों के बीच पहुंचने के निर्देश दिए थे लेकिन सड़क खराब होने के चलते वह मलाणा नहीं पहुंच पाए। उन्होंने गांववासियों को आश्वासन दिया कि मलाणा तक पहुंचने वाली सड़क को बहाल करने के लिए शीघ्र प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मलाणावासियों की दिक्कतों पर गंभीर है और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर हैं। चोज में उन्होंने आईपीएच विभाग को निर्देश जारी किए कि पार्वती नदी और इसके साथ जुड़ती सहायक खड्डों और नालों के तटीकरण के लिए डीपीआर तैयार की जाए ताकि भारी बारिश के दौरान अप्रिय घटना से बचा जा सके। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र में पानी की कमी और कसौल बाजार में सीवरेज की समस्या को प्रमुखता से उठाया और इस समस्या को दूर करने के लिए मंत्री ने आईपीएच विभाग को दिशा निर्देश जारी किए। इसके पश्चात मंत्री महेंद्र ठाकुर ने शाड़ाबाई में बिजली विभाग के विश्राम गृह में जिला प्रशासन और बिजली परियोजनाओं के प्रबंधकों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने बिजली प्रोजेक्ट प्रबंधकों को चोज में पार्वती नदी पर एक छोटा और एक बड़ा पुल लगाने को लेकर चर्चा की और इस पर लोक निर्माण विभाग से सहयोग करने को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के कारण जिन लोगों ने अपने प्रियजन खोए हैं उसकी भरपाई के लिए प्रोजेक्ट प्रबंधन स्वेच्छा से कार्य करें। उन्होंने प्रोजेक्ट प्रबंधकों के साथ लाडा आदि की देनदारी को निपटाने के लिए भी चर्चा की। उन्होंने जिला प्रशासन और विशेष तौर पर लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि मानसून के दौरान आपदा के दौरान तत्परता दिखाई जाए। सड़कों को तुरंत खोलने के लिए अधिकारी और कर्मचारी तैयार रहें।