सुरभि न्यूज़
कुल्लू
जिला कुल्लू के अटल सदन में उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य बिजली महोत्सव के अवसर पर गोविन्द ठाकुर ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। गोविंद ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री का प्रदेश के उन बिजली उपभोक्ताओं को जिनकी महीने की खपत 125 यूनिट है, का बिजली बिल शून्य करने के निर्णय से प्रदेश के लगभग 12 लाख उपभोक्ता लाभान्वित हुए हैं। ऐसा करने से प्रदेश के दूसरे उपभोक्ताओं में भी बिजली की कम खपत करने की आदत विकसित होगी।
शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में हमारे देश की उर्जा उत्पादन क्षमता 2,48,554 मेगावाट थी जो कि बढकर आज 4 लाख मेगावाट हो चुकी है जो हमारी मांग से 1,85,000 मेगावाट अधिक है। आज भारत अपने पड़ोसी देशों को भी बिजली निर्यात कर रहा है।
वन ग्रिड वन नेशन के संकल्प को पूरा करने के लिए 1,63,000 किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइनों का निर्माण किया गया और आज भारत लद्दाख से कन्याकुमारी तक और कच्छ से म्यांमार सीमा तक दुनिया में सबसे बड़े एकीकृत ग्रिड के रूप में उभरा है। इस ग्रिड से आज 1.12 गिगावाट बिजली देश के एक कोने से दुसरे कोने तक पहुँच रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सीओपी 2021 में यह वचन दिया था कि वर्ष 2030 तक हमारी उत्पादन क्षमता का 40ः उत्पादन नवीकरणीय उर्जा स्त्रोतों से होगा। यह लक्ष्य भी हमने तय समय से 9 वर्ष पहले ही 2021 में हासिल कर लिया है। हम अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1,63,000 मैगावाट बिजली का उत्पादन कर रहें हैं और अक्षय ऊर्जा क्षमता को दुनिया में सबसे तेज गति से स्थापित करने में कामयाब हुए हैं।
अधीक्षण अभियंता विद्युत संजय कौशल ने कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत समारोह में जहाँ विधुत मंत्रालय तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग राज्य और केंद्र सरकारों के बीच सहयोग के जश्न को मनाने के लिये कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं वहीं उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य विद्युत-2047 किे अंतर्गत बिजली क्षेत्र की उपलब्धियों को उजागर कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 2,01,722 करोड़ रूपये के कुल व्यय के साथ देश ने पिछले पांच वर्षाे में वितरण के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है, 2921 नए उपकेन्द्र तथा 3926 उपकेन्द्रों का क्षमता का वर्धन किया तथा 6,04,463 किलोमीटर लंबी एल टी लाइन और 2,68,838 किमी 11 केवी एचटी लाईनों का निर्माण किया गया ।
प्रदेश में बिजली के क्षेत्र में प्रगति पर अधीक्षण अभियंता ने कहा कि मीटर संबंधी शिकायतों को दूर करने के लिए समय-सीमा अधिसूचित की गई है। राज्य नियामक प्राधिकरण अन्य सेवाओं के लिए समयसीमा अधिसूचित करेगा। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता शिकायतों के समाधान के लिए 24 गुणा 7 कॉल सेन्टर स्थापित करेंगे। हमने वर्ष 2018 में 987 दिनों में 18,374 गावों का 100 प्रतिशत विधुतिकरण का लक्ष्य प्राप्त किया है। 18 महीने में 100 प्रतिशत घरेलू विधुतिकरण का लक्ष्य प्राप्त किया जिसे दुनिया के सबसे बड़े विधुतिकरण अभियान के रूप में पहचाना गया । सौर पंपों को अपनाने के लिए कुसुम योजना शुरू की गई है, जिसके तहत – केंद्र सरकार 30 प्रतिशत और राज्य सरकार भी 30 प्रतिशत सब्सिडी देगी और साथ ही 30 फीसदी ऋण की सुविधा भी मिलेगी।
अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी प्रशांत सरकैक ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विधुत उत्पादन क्षमता 27,436 मेगावाट है, और 10,519 मेगावाट विधुत स्त्रोतों का आज दोहन किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत 16809 गांवों में 100 फीसदी विधुतीकरण का लक्ष्य वर्ष 1988 में हासिल कर लिया गया था। 220/132/66 के.वी इ.एच . वी सब/स्टेशन की कुल संख्या 54 है तथा जिनकी कुल क्षमता 4975 एम.वी.ए है तथा 33 के.वी सब/स्टेशन की कुल संख्या 206 है। हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड 25.74 लाख उप्भोग्ताओं को 33,540 ट्रांसफार्मर, 1,05,488 सर्किट किलो मीटर एचटी/इएचटी/एलटी लाईनों द्वारा सेवाएं दे रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा राज्य सरकार को 2022 से जनवरी 2024 तक के लिए 10 मेगा वाट रूफ् टाप सोलर पॉवर प्लांट लगाने का लक्ष्य दिया गया है । हिमाचल सरकार ने 12 फर्माे को पंजीकृत किया है जिसकी पूरी जानकारी हिमुउर्जा की वेबसाइट पर उपलब्ध है, इस स्कीम पर घरेलु उपभोगताओं को 40 प्रतिशत केंद्र सरकार तथा 6000/ किलो वाट का उपदान राज्य सरकार द्वारा दिया जा रहा है प्
राज्य सरकार ने प्रधान मंत्री कुसुम योजना के तहत 20 मेगा वाट सोलर पॉवर प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा है।
हिमाचल में मुख्यमंत्री रोशनी योजना शुरू की गयी है जिसमें गरीब परिवारों को मुफ्त बिजली कनैक्शन दिए गए हैं। इस योजना के अंतर्गत कुल्लू जिला में 149 उपभोक्ताओं को कनैक्शन दिये गए हैं । कम वोल्टेज सुधार योजना- प्रथम चरण के अंतर्गत जिला कुल्लू में 15.470 किलोमीटर एचटी लाईनें, 5.22 किलोमीटर एलटी॰ लाईने व 23 ट्रांसफार्मर लगाए जा चुके है तथा 3 ट्रांसफार्मरों का कार्य प्रगति पर हैं जिस पर 236.90 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं ।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग तथा मन्नत संगम के कलाकारों ने इस अवसर संास्कृतिक कार्यक्रम व नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किये।
बिजली के सार्वभौमिकरण व वितरण प्रणाली तथा वन नेशन वन ग्रिड व नवीनीकरण उर्जा पर वृत चित्र भी प्रदर्शित किये गए।
सतलुज जल विद्युत निगम के वरिष्ठ एजीएम अक्षय आचार्य, वरिष्ठ प्रबंधक यादवेन्द्र, एचीपटीसीएल के उप महाप्रबंधक रूम सिंह ठाकुर, अधीक्षण अभियंता नरेन्द्र ठाकुर, एनएचपीसी के उप महाप्रबंधक अंगद कुमार, महाप्रबंधक एन.के. भारद्वाज के अलावा अध्यक्ष नगर परिषद गोपाल कृष्ण मंहत, अध्यक्ष नगर पंचायत भुंतर मीना ठाकुर, जिला परिषद सदस्या रेखा गुलेरिया, भाजपा पदाधिकारियों में अमित सूद, नयना कम्बोज, बीना ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व बड़ी संख्या में बिजली के लाभार्थी उपस्थित थे।