सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल में लगभग तीन दिन से जारी वारिश के कारण नदी-नाल्रे पूरी तरह उफान पर आ गए है। इस वारिश के कारण जगह–जगह भूस्खलन होने से जहाँ वनसंपदा को नुक्सान पहुंचा है वहीँ किसानों की उपजाऊ जमीन भी काफी प्रभावित हुई है। इसके साथ- साथ इस भारी वारिश के कारण बरोट–मियोट सड़क मार्ग के बीच धुड़भास नाला, निहार नाला तथा लामीधार नाले में पानी का बहाव बढ़ जाने से सड़क मार्ग के कई जगहों पर सोलिंग के साथ टायरिंग उखड़ जाने से सड़क मार्ग की खस्ता हालत हो गई है। जिस कारण छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही में भारी मुशिकलें आ रही है। यही नहीं वारिश के कारण ही सड़क मार्ग पर जगह–जगह पत्थर तथा मलवे आदि गिरने का भी खतरा मंडराने लग पड़ा है। वहीँ इस वारिश के कारण खेतों में पानी जमा हो जाने से घाटी के किसानों के बंद गोभी के सैंकडों पौधे बह गए हैं तथा कई जगहों पर भूस्खलन होने से उपजाऊ जमीन पर आलू, गोभी व राजमाह फसलें दब गई है। लगातार हो रही इस वारिश के रौद्र रूप से लोग पूरी तरह सहम गए हैं।