सुरभि न्यूज़
विजयराज उपाध्याय, बिलासपुर
बिलासपुर में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा रुद्राभिषेक करवाया गया। यह आयोजन सभी के सहयोग से हुआ लेकिन इसमें मुख्य भूमिका हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में सेवा निवृत बैंक अधिकारी डीएस भोगल तथा आर्ट ऑफ लिविंग की संस्कार टीचर मीरा भोगल ने निभाई।
आर्ट ऑफ लिविंग की जिला कोऑर्डिनेटर रचना मेहता भी उपस्थित रहीं। यह जानकारी देते हुए आर्ट ऑफ लिविंग के जिला मीडिया समन्वयक अरुण डोगरा रीतू ने बताया कि इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्यों के अलावा अन्य बहुत से शिव प्रेमी उपस्थित थे। मंत्रोच्चारण के लिए ब्रह्मचारी चंदन जी के साथ आयुष पाठक और विक्की पाठक पधारे हुए थे।
जिन्होंने मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक करवाया। इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग का सत्संग भी हुआ। बाद में भोज का आयोजन भी किया गया था। इस अवसर पर रुद्राभिषेक के बारे में जानकारी देते हुए आर्ट ऑफ लिविंग बैंगलोर आश्रम की ओर से आए ब्रह्मचारी चंदन जी ने कहा कि रुद्र पूजा भारत की एक प्राचीन पद्धति है जिसका युगों युगों से अनुसरण किया जाता रहा है।
उन्होंने कहा कि रुद्र का अर्थ है शिव जो कल्याण कारक भी है और विनाशक भी और पूजा का अर्थ है वह जो पूर्णता से उत्पन्न होती है। यह संसार शक्ति की लीला है सकारात्मक एवं नकारात्मक सृजनात्मक एवं विध्वंसक।
जब हम शिव की आराधना करते हैं जो कि रूपांतरण के अधिष्ठाता देव हैं व्याधि अवसाद एवं विषाद के रूप में उपस्थित हमारी सारी नकारात्मक ऊर्जा को शांति समृद्धि एवं आनंद में रूपांतरित कर देते हैं । उसके उपरांत हमारे शरीर मन और आत्मा में शांति स्थापित हो जाती है।
उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच रखना एक विकल्प है। आप ऐसे विचार सोच सकते हैं या मन में ला सकते हैं जो आपके मूड को ठीक कर देता है। जो कठिन परिस्थितियों से बाहर निकलने के लिए रोशनी की राह दिखाएं और आपके जीवन में खुशियों के रंग भर दे ।