सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
जोगिंदर नगर, 28 सितंबर
हिमाचल किसान सभा के मंडी जिला अध्यक्ष एवं जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर, सिविल अस्पताल लडभड़ोल, रेफरल अस्पताल पधर, पीएचसी चौंतड़ा, पीएचसी द्रमण, पीएचसी पदवाहन बड़ीधार, आयुर्वेदिक डिस्पेन्सरी भराड़ू तथा आयुरेदिक डिस्पेन्सरी कुफ़री में डॉक्टरों के रिक्त पदों को तुरंत भरने की मांग की है।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने बार-बार इन मुद्दों को जिला परिषद की बैठक में भी उठाया है। पिछले महीने 10 अगस्त को हुई जिला परिषद की बैठक में भी रिक्त पदों के मुद्दों को सदन में उठाया था तथा इस पर सरकार व संबन्धित विभाग से जवाब भी मांगा है।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि यह बहुत ही दुखदाई पहलू है कि जोगिंदर नगर के सिविल अस्पताल में पिछले 16 साल से अल्ट्रासाऊण्ड मशीन बिना इस्तेमाल के जंग खा रही है। इस अस्पताल में वर्ष 2007 में अल्ट्रा साऊंड मशीन स्थापित हुई थी। इस दौरान 4 बार सरकारें बदल गई लेकिन आज तक अल्ट्रासाऊंड मशीन ऑपरेटर की नियुक्ति नहीं हुई है। पिछली सरकार के दौरान भी बड़े-बड़े दावे किए गए, लेकिन हुआ कुछ नहीं। तत्कालीन मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, तत्कालीन जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर व तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार के कई बार जोगिन्दर नगर के दौरे हुए।
रैलियों के मंचों से विकास के खोखले वायदे किए गए, लेकिन वे 16 साल से रिक्त पद को नहीं भरवा पाये और 16 साल से अल्ट्रा साऊंड मशीन बेकार पड़ी है। सभी प्रकार के मरीजों को बाहर से महंगे दामों में अल्ट्रासाऊण्ड करवाना पड़ता है। अतः अल्ट्रा साऊण्ड मशीन ऑपरेटर की नियुक्ति जल्दी की जाये।
उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर में एमडी, हड्डी रोग विशेषज्ञ, चर्म रोग विशेषज्ञ व नेत्र रोग विशेषज्ञ सहित स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के 4 पद लंबे समय से खाली हैं, जिससे मरीजों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अतः डॉक्टरों के खाली पदों को शीघ्र भरा जाये।
लडभड़ोल सिविल अस्पताल व चौंतड़ा पीएचसी में भी डॉक्टरों व अन्य स्टाफ के जो पद रिक्त हैं उनको शीघ्र भरा जाये।
पधर के रेफरल अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं हैं। अतः इस अस्पताल में जल्दी ही विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त किए जाएँ।
द्रमण पीएचसी में स्टाफ नर्स की पोस्ट को पिछली सरकार के दौरान समाप्त कर दिया गया है। लोगो ने पिछली भाजपा सरकार व स्थानीय विधायक से स्टाफ नर्स का पद समाप्त न करने की गुहार भी की थी, लेकिन कई सालों से क्षेत्र की जनता को मिलने वाली सुविधा उनसे छीन ली गई। उन्होंने कहा कि स्टाफ नर्स की पोस्ट को वहाल कर इसको तुरंत भरा जाये। इस पीएचसी में स्वीपर की पोस्ट भी खाली है जिसे शीघ्र भरा जाये।
बड़ीधार पंचायत के पदवाहन में स्थित पीएचसी में डेंटल डॉक्टर का पद लंबे समय से खाली है। इसे भी शीघ्र भरा जाये।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि पंचायत के भराड़ू में सन 1965 से एक आयुर्वेदिक डिस्पेन्सरी है जिससे कई पंचायतों के लोग ईलाज के लिए इसी पर निर्भर थे। किसी समय में यहाँ पर पर्याप्त मात्रा में स्टाफ भी था और मरीजों को दाखिल करने की भी व्यवस्था थी और यहाँ पर स्टाफ क्वार्टर भी है।
आजकल इस डिस्पेन्सरी के भवनों की हालत खराब है, स्टाफ क्वार्टर असुरक्षित घोषित किए जा चुके हैं। अब इस डिस्पेन्सरी में न तो पूरा स्टाफ है और और न ही स्टाफ क्वार्टर बचे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि भाराडू की इस डिस्पेन्सरी के नये भवन का निर्माण किया जाये तथा सभी रिक्त पदों को भी भरा जाये।
उन्होंने कहा कि कुफ़री पंचायत के कुफ़री स्थित आयुर्वेदिक डिस्पेन्सरी में पिछले 8 साल से कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अतः जल्दी ही यहाँ पर डॉक्टर की नियुक्ति की जाये। दूंधा क्षेत्र की जनता को पिछली भाजपा सरकार 5 वर्ष तक लारा-लप्पा देती रही, लेकिन डॉक्टर की नियुक्ति नहीं की। क्षेत्र की जनता की सुविधा का ख्याल रखते हुए उन्होंने वर्तमान सरकार से भी मांग की है कि इस पद को शीघ्र भरा जाये।
यदि उपरोक्त मांगों को पूरा करने के लिए सरकार ने कदम नहीं उठाए तो किसान सभा क्षेत्र की जनता को लामबंद कर आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होगी।