सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
जोगिन्दर नगर, 05 दिसम्बर
बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत चौंतड़ा विकास खंड में गत दो वर्षों के दौरान अब तक कुल 940 बेटियों को लाभान्वित किया जा चुका है। जिनमें वर्ष 2022-23 के दौरान 616 जबकि चालू वित्तीय वर्ष में 327 बेटियों को लाभान्वित किया गया है।
इस योजना के अंतर्गत सरकार ने बेटी के जन्म के दौरान दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को भी 12 हजार रुपये से बढ़ाकर 21 हजार रुपये कर दिया है। यह योजना बीपीएल परिवार में पैदा होने वाली केवल दो बेटियों तक ही सीमित है।
बेटी है अनमोल योजना को सरकार दो चरणों में चला रही है। पहले चरण में परिवार में बेटी के जन्म लेने पर सरकार 21 हजार रुपये की धनराशि बतौर सावधि जमा राशि प्रदान करती है जो बेटी के 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर ब्याज सहित वापस मिलेगी।
इस चरण में सरकार पहले दस हजार रुपये की राशि बतौर प्रोत्साहन प्रदान करती थी जिसे पहले बढ़ाकर 12 हजार तथा इसके बाद बढ़ाकर 21 हजार रुपये किया गया है। पहले घटक में दो वर्षों के दौरान 53 बेटियों को लाभान्वित किया गया है जिनमें वर्ष 2022-23 के दौरान 42 जबकि चालू वित्तीय वर्ष में 11 बेटियां शामिल हैं।
इसी योजना के दूसरे चरण में पहली कक्षा से लेकर स्नातक स्तर तक की शिक्षा ग्रहण करने पर सरकार छात्रवृत्ति प्रदान करती है। पहली से तीसरी कक्षा के लिए यह छात्रवृति 450 रुपये वार्षिक, चौथी कक्षा के लिए 750 रुपये, पांचवीं कक्षा के लिए 900 रुपये, छठी व सातवीं कक्षा के लिए 1050 रुपये, आठवीं कक्षा के लिए 12 सौ रुपये, नौवीं व दसवीं कक्षा के लिए 15 सौ रुपये, 11वीं व 12वीं कक्षा के लिए 2250 रुपये जबकि स्नातक स्तर की कक्षा में पढ़ाई करने के लिए पांच हजार रुपये वार्षिक दर से यह राशि प्रदान की जाती है।
बेटी है अनमोल योजना के दूसरे चरण के अंतर्गत चौंतड़ा विकासखंड में दो वर्षों में लगभग 887 पात्र बच्चियों को लाभान्वित किया गया है, जिनमें वर्ष 2022-23 में 571 तथा चालू वित्तीय वर्ष में 316 पात्र लाभार्थी शामिल हैं।
कैसे करें आवेदन:
बेटी है अनमोल योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र परिवारों को बेटी के जन्म लेने के प्रमाणपत्र, बीपीएल प्रमाणपत्र सहित अपना ई-डिस्ट्रिक्ट वेब पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन भरना होगा। आवेदन पत्रों की जांच के बाद पात्र परिवार की नवजात बेटी को सरकार की ओर से 21 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि बतौर सावधि जमा प्रदान की जाती है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र, आंगनबाड़ी वृत पर्यवेक्षक कार्यालय या बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय से संपर्क स्थापित किया जा सकता है।