सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के दावे तो विभिन्न सार्वजनिक मंचों में करती आ रही है मगर उनके यह दावे धरातल में न उतरकर मात्र दावे ही हैं।
जिला मंडी के चौहार घाटी की बात की जाए तो इस दुर्गम घाटी में चल रहे अधिकतम पाठशालाओं में प्रधानाचार्य, प्रवक्ताओं तथा अध्यापकों सहित अन्य कई पद खाली चले हुए हैं। जिस कारण क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। जिसका उदाहरण क्षेत्र के स्कूलों में चल रहे खाली पदों को देखते मिलता है।
स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष सुन्दर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि खलैहल पंचायत के मियोट, खलैहल तथा बड़ी व छोटी झरवाड़ चार गांवों के बच्चों की शिक्षा हेतु राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कूटगढ़ खोला गया है मगर पाठशाला में प्रधानाचार्य का तबादला हो जाने से यह पद कई दिनों से खाली चला हुआ हैं। इसके साथ एक पद हिंदी प्रवक्ता, एक पद अंग्रेजी प्रवक्ता, एक पद राजनीतिक विज्ञान प्रवक्ता ,एक पद कला अध्यापक तथा एक पद पीईटी का, यह सभी पद कई दिनों से खाली चलने से पाठशाला में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों की पढ़ाई में प्रतिकूल असर पड़ रहा है। खाली चल रहे पदों से बच्चो का भविष्य अंधकारमय लग रहा है।
पाठशाला में खाली चल रहे विभिन्न पदों को न भरने को लेकर बच्चों व अभिभावकों सहित चार गाँवों के लोगों में सरकार तथा शिक्षा विभाग के प्रति गहरा रोष पनपा हुआ है। स्कूल प्रबन्धन कमेटी के अध्यक्ष सुन्दर सिंह का कहना है कि खाली पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग को प्रस्ताव पारित किए गए हैं वहीँ द्रंग क्षेत्र विधायक पूर्ण चंद ठाकुर को भी अवगत किया गया है मगर अभी तक इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।