सुरभि न्यूज़
मंडी, 20 दिसंबर
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के स्थापना शताब्दी समारोह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। यह ऐतिहासिक आयोजन 25 और 26 दिसंबर, 2024 को आयोजित किया जाएगा। 25 दिसंबर को समारोह की पूर्व संध्या पर एक सेमिनार होगा, जिसे पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रख्यात अधिवक्ता कामरेड भगत राम को समर्पित किया गया है।
सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति विनोद कुमार शर्मा, जेएनयू के पूर्व विदेशी भाषा विभाग प्रमुख डॉ. वरयाम सिंह, और भारतीय जन नाट्य संघ (IPTA) के राष्ट्रीय सचिव शैलेन्द्र कुमार शामिल होंगे।
इसके अतिरिक्त, प्रख्यात नेता हरीश गुलेरी, पर्यावरणविद् रत्न चंद, पद्मश्री नेकराम, और वामपंथी दलों के अन्य नेता, लेखक व बुद्धिजीवी भी मौजूद रहेंगे। सेमिनार के बाद काव्य पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
26 दिसंबर को मुख्य आयोजन की शुरुआत सुबह 10 बजे मशहूर सांस्कृतिक कार्यकर्ता स्वर्गीय लवण ठाकुर को समर्पित सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से होगी।
इसके बाद विपाशा सदन में झंडारोहण के साथ शताब्दी सम्मेलन का शुभारंभ होगा। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाकपा की राष्ट्रीय सचिव और महिला नेत्री ऐनी राजा तथा मुख्य वक्ता IPTA के सचिव शैलेन्द्र कुमार होंगे।
इस अवसर पर पार्टी के दिवंगत नेताओं को उनके परिजनों के माध्यम से सम्मानित किया जाएगा और समर्पित वयोवृद्ध वाम कार्यकर्ताओं का भी सम्मान होगा। आयोजन को सफल बनाने के लिए भाकपा, माकपा और अन्य सहयोगी संगठनों ने विभिन्न कमेटियां गठित की हैं।
पार्टी नेताओं ने हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी मंडी में इस आयोजन की जिम्मेदारी पर गर्व व्यक्त करते हुए सभी जागरूक नागरिकों से इसमें भाग लेने और सहयोग की अपील की है।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई ऊर्जा और दिशा दी है। संविधान निर्माण और भारत के जनोन्मुखी विकास में भी पार्टी की अहम भूमिका रही है।
फासीवादी ताकतों के उभार पर चिंता जताते हुए पार्टी नेताओं ने कहा कि यह देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। ऐसे में सभी प्रगतिशील शक्तियों को एकजुट होकर भारत और उसके संविधान की रक्षा के लिए आगे आना होगा।