सुरभि न्यूज़
ऊना, 22 मार्च
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के औद्योगिक क्षेत्र टाहलीवाल में विजिलेंस द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला श्रम अधिकारी को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि विजिलेंस द्वारा हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन दिनों से लगातार कार्रवाई करते हुए सरकारी सेवाओं में सेवारत तीसरे अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इसे पूर्व विजिलेंस ने कांगड़ा जिला में दो पंचायत सचिवों को पांच और छह हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। जबकि शुक्रवार को विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ऊना जिला के श्रम अधिकारी को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ़्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार ऊना जिला के श्रम अधिकारी रणवीर सिंह ढटवलिया ने एक लेबर ठेकेदार से लेबर लाइसेंस के नवीनीकरण की एवज में 10 हजार की रिश्वत मांगी थी।जिस पर ठेकेदार रजत कुमार ने इसकी शिकायत विजिलेंस को दी। शिकायत मिलते ही विजिलेंस ने शिकायत की सत्यता जांच करने के बाद जिला श्रम अधिकारी को रंगेहाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस के डीएसपी फिरोज खान ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस की टीम तैयार की गई। जैसे ही लेबर ठेकेदार रजत कुमार से जिला श्रम अधिकारी ने रिश्वत के तौर पर 10 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर लिए, इस वक्त विजिलेंस की टीम ने छापामारी करते हुए जिला श्रम अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया।
फिरोज खान के मुताबिक यह कार्रवाई उनके कार्यालय में ही कि गई। बताया कि विजिलेंस ने आरोपी श्रम अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करके उससे पूछताछ शुरू कर दी है। इसके साथ ही उसकी संपत्ति व बैंक खातों की जांच भी शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि आरोपी रणवीर सिंह के खिलाफ पहले भी एक भ्रष्टाचार का मामला दर्ज है। दो फरवरी 2022 को एक मामले के तहत उन पर 26000 रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। वह यह रिश्वत हिमाचल प्रदेश दुकान व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान अधिनियम, 1969 के तहत रजिस्ट्रेशन सैर्टिफिकेट जारी करने के बदले में ले रहा था।