सुरभि न्यूज़
प्रताप अरनोट, मंडी
मंडी से जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के तहत केंद्र सरकार द्वारा लाहौल स्पीति को 108 करोड़ रुपए और किन्नौर को 15 करोड़ रुपए की सौगात मिली हैं। इसके लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश की तरफ से प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश के हितों और जरूरतों का सदैव ध्यान रखती है और हर संभव सहायता को तत्पर रहती है। लेकिन वर्तमान राज्य सरकार केंद्र सरकार का शिष्टाचार के नाते भी आभार प्रकट करने से कतराती है और दोषारोपण अलग से करती है। राज्य सरकार द्वारा बार- बार यही दोहराया जाता है जो कि अच्छी बात नहीं है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि स्पीति वैली में हाई एल्टीट्यूड स्पोर्ट सेंटर, आइस स्केटिंग रिंक और केलांग में सीवरेज ट्रीटमेंट की आवश्यकता थी और स्थानीय लॉगों की मांग पर मुख्यमंत्री रहते मैने इसकी घोषणा भी की थी। इस संबंध में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजे गए। अब केंद्र सरकार द्वारा सभी परियोजनाओं को मंजूर कर लिया है और हाई एल्टीट्यूड स्पोर्ट सेंटर के लिए 75 करोड़, आइस स्केटिंग रिंक के लिए 08 करोड़ और केलांग में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 26 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर दी है। 27 और 28 जून को इन परियोजनाओं का शिलान्यास भी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू करने वाले हैं। जल्दी ही यह सपना सच में तब्दील हो जाएगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए हर संभव कदम उठा रही है। जिसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूँ।
जयराम ठाकुर ने कहा कि लाहौल स्पीति में विंटर स्पोर्ट्स को प्रोत्साहित करने के लिए हमने 2022 में 9 वीं महिला नेशनल आइस हॉकी चैंपियनशिप का काजा में आयोजन किया था। खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने मैं स्वयं भी वहां गया था। यह सिर्फ खेल टूर्नामेंट नहीं बल्कि लाहौल स्पीति समेत अन्य स्नो बाउंड क्षेत्रों के लिए पर्यटन के विविध अवसरों को प्रोत्साहित करने का माध्यम भी था। जिसके जरिए लाहौल स्पीति समेत हिमाचल के ऐसे खूबसूरत स्थानों से दुनिया और वाकिफ हो और शीत पर्यटन को पंख लग सके। इसकी शुरुआत हमने 2019 में ही बेसिक आइस हॉकी का दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाकर कर कर दी थी। केंद्र सरकार की इन परियोजनाओं से हिमाचल में शीतकालीन खेलों और शीतकालीन पर्यटन को एक नई ऊंचाई मिलेगी इसका मुझे पूर्णविश्वास है।