सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू, 28 अक्टूबर
हिमाचल प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव कुल्लू के ढालपुर में मध्यरात्रि करीब 2 बजे देवी-देवताओं के अस्थायी शिविरों में आग लग गई। अचानक भड़कीं आग की लपटों से सोये हुए कारकून व देवलुयों में जान बचाने के लिए अ फरा तफरी मच गयी। घटना में 13 देवतायों के टेंट तथा पांच दुकाने जल कर राख हो गई लेकिन देवताओं के रथों को सुरक्षित निकाल लिया गया। अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
मिली जानकारी के अनुसार आग को बुझाने का प्रयास करते हुए दो ब्यक्ति भी झुलस गए जिन्हें उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती किया गया है। देवताओं के साथ अन्य देवलुओं के सोने के टेंट भी जल गए जिसमें देवी देवताओं की चांदी, लकड़ी की अर्लगलाएं, दानपात्र, ढोल, नगाड़े, नरसिंगे, ट्रंक सहित अन्य सामान जलकर राख हो गया है। घटना में एक कार भी जल गई है। कारकूनों और पुलिस जवानों ने देवी देवताओं के देव रथों को कड़ी मशक्कत के साथ टेंट से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
आगजनी की सूचना मिलते ही दमकल विभाग मौके पर पहुंचकर ढाई घंटे कड़ी मशक्कत करने के बाद सुबह 4:30 तक आग पर काबू पाया। बताया जा रहा है कि आगजनी में लाखों रुपए के नुकसान होने का अनुमान है। इसके अलावा देवताओं के रथ बाहर निकालते समय इस घटना में सोने चांदी के देव आभूषण भी खो जाने की जानकारी मिली है।
इस घटना में जूता मार्केट और प्लास्टिक बर्तनों की पांच दुकान जलकर राख हो गयी है। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग तथा पुलिस अधीक्षक कुल्लू साक्षी वर्मा ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। आगजनी की घटना कैसे हुई इसकी जांच जारी है।