सुरभि न्यूज ब्यूरो
कुल्लू, 6 मार्च
स्थानीय संस्था ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन द्वारा उत्तर क्षे़त्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला के सहयोग से भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में कला केन्द्र कुल्लू में आयोजित किए जा रहे नौ दिवसीय ‘कुल्लू राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव’ की पांचवी संध्या सिली सोलस फाॅउंडेशन दिल्ली के कलाकारों ने प्रियंका शर्मा द्वारा लिखित व निर्देशित मानवीय रिश्तों तथा संवेदनाओं से ओत प्रोत नाटक ‘मण्डला’ का भावपूर्ण मंचन किया।
नाटक की कहानी एक ऐसी स्त्री के इर्द गिर्द घूमती है जो शायद इस ज़िन्दगी की असलियत नहीं समझ पा रही और न ही उसे समझाना चाहती है। वह स्त्री ममता जो अब तलाकशुदा है अपने घर में अकेले रहती है। एक दिन उसके घर पर मोहिनी नाम की लड़की किराये पर रहने आती है। वे दोनों आपस में बहुत अच्छी दोस्त बन जाती हैं। ममता उसे अपने एक्स पति जीवन के बारे में बहुत सी बातें बताती है।
वह चैबीस घण्टे जीवन की ही बातें करती रहती है। वह उससे अभी भी बेहद प्यार करती है और उसे आशा है कि एक दिन वह उसकी ज़िन्दगी में दोबारा आ जाएगा। एक दिन जीवन ममता से मिलने आता है और मोहिनी से भी उसकी मुलाकात हो जाती है। उसके बाद पीठ पीछे मोहिनी और जीवन का प्रेम प्रसंग चलता है और ममता को सब पता चल जाता है।जीवन के कहने पर मोहिनी अब ममता का घर छोड़ कर जा रही होती है।
तो ममता उसे उसके साथ अन्तिम काॅफी पीने को कहती है और साथ ही कहती है कि मैने तुम्हारे लिए जन्मदिन का तौहफा लाया है, चलो आज ही ले लो क्यांकि दोबारा तो तुम अब मिलोगी नहीं। वह तौहफे के नाम पर उसके गले में एक स्काॅर्फ बांधती है और मोहिनी को गला घोंट कर मार देती है। ताकि उसका एक्स पति जिसे वह अब भी अपना पति मानती है किसी और का न हो सके।
प्रियंका शर्मा ने ममता के किरदार को बहुत बारीकी से निभाया जबकि मोहिनी के किरदार को अन्जाम दिया निकिता ने औश्र जीवन की भूमिका में अमित ने सराहनीय अभिनय किया। मंच पाष्र्व में प्रकाश संयोजन प्रशांत का तथा संगीत संचालन एवं मंच व्यवस्था कपित की रही। इस संध्या में बतौर मुख्य अतिथि होमगार्ड कमाण्डेंट निश्चिंत नेगी रहे।